पटना, जेएनएन। कोरोना वायरस का डर कहें या लॉकडाउन का असर। राजधानी में अपराधी भी जहां हैं, वहीं दुबक गए हैं। एक से 20 मार्च के बीच 14 लूट की वारदात हुई। 12 मामलों में पुलिस ने सभी आरोपित को गिरफ्तार भी कर लिया। आधा दर्जन हत्या और सात से अधिक चोरी के मामले दर्ज हुए।
जनता कर्फ्यू के बाद से आने लगी अपराध में कमी
मोबाइल छिनतई और वाहन चोरी की एक दर्जन से अधिक शिकायतें दर्ज हुईं। जनता कर्फ्यू के दिन से चार अप्रैल तक जक्कनपुर थाने को छोड़कर शहर के किसी भी थाने में हत्या, लूट, डकैती, चोरी, छिनतई का मामला नहीं आया। इस दौरान नौ मारपीट और आठ लॉकडाउन का उल्लंघन करने में प्राथमिकी दर्ज हुई। लाकडाउन के कारण लगातार राजधानी में अपराध में कमी आ रही है। थाने में केस का दर्ज न होना तो यही बता रहा है।
इन चार थाना क्षेत्र में हुई लूट और हत्या
जनवरी, फरवरी और 20 मार्च तक के आंकड़ों पर गौर करेंगे तो पटना में हर दिन सड़क दुर्घटनाएं हुई है। इसमें 55 लोगों की मौत भी हो गई। लेकिन, 23 मार्च से चार अप्रैल सड़क दुर्घटनाओं में 95 फीसद कमी आई है। अब तक शहर में एक भी जगह सड़क दुर्घटना नहीं हुई।
एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा कहते हैं, बैंक, दवा और किराना दुकान के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। चौक-चौराहों पर बेवजह घूम रहे लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस गश्ती भी बढ़ाई गई है।