बक्सर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए दीया जलाने की घोषणा के बाद स्थानीय ग्रिड से बिजली की आपूíत पर पैनी नजर रखी गई। विभागीय स्तर पर इसके लिए तैयारी की गई है। एक साथ ग्रिड से जुड़े सभी क्षेत्रों में उपभोक्ताओं द्वारा बिजली सप्लाई रोक दिए जाने के बाद एकाएक लोड कम होने से ग्रिड का ट्रांसफार्मर प्रभावित न हो। इसके लिए काफी तत्परता देखी गई।
ग्रिड के सहायक अभियंता कुमार अभिषेक के अलावा तमाम कनीय अभियंता और टेक्निशियन तत्परता के साथ जुटे रहे। विभागीय स्तर पर शाम 7:00 बजे से रात 10:00 बजे तक सभी कर्मियों की आपात ड्यूटी ग्रिड के कंट्रोल रूम में लगाई गई थी। ताकि, एक साथ लोड कम होने पर भी ग्रिड की सेहत प्रभावित न हो तथा ट्रांसफार्मरों की सुरक्षा की जा सके। स्थानीय ग्रिड से प्रतिदिन 30 से 45 मेगावाट बिजली की सप्लाई होती है। लेकिन, लाइट बुझा कर दीया जलाने के देशव्यापी कार्यक्रम में डुमरांव ग्रिड में बिजली की खपत 15 से 20 मेगावाट के पीछे रह गई। हालांकि, अच्छी बात यह रही कि इससे कोई बड़ी क्षति नहीं हुई तथा ग्रिड के दोनों बड़े ट्रांसफार्मर सुरक्षित बच गए। उल्लेखनीय है कि ग्रिड द्वारा उपभोक्ताओं से पहले ही कुछ बड़े उपाय करने को कहा गया था। जिसमें लाइट बुझा कर पंखे या कूलर चला देने का अनुरोध किया गया था। ताकि लोड कम होने की स्थिति में ट्रांसफार्मर जलने न पाए।
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अचानक बत्ती बुझा कर दीया जलाने के कार्यक्रम से ग्रिड के संचरण को ठीक रखना बड़ी चुनौती थी। इसके लिए विभागीय स्तर पर भी बड़ी तैयारी की गई थी। संयोग अच्छा रहा कि किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई।
- कुमार अभिषेक, सहायक अभियंता, विद्युत ग्रिड डुमरांव
Posted By: Jagran
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