लुधियाना. कोरोना वायरस को लेकर विश्व भर में चल रहे बचाव कार्यों के दरमियान पंजाब राज्य में तबलीगी जमात का नाम लेकर शरारती तत्व सोशल मीडिया पर मुसलमानों के खिलाफ झूठी अफवाहें फैलाकर समुदाय को बदनाम करने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं जिसे हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा यह बात आज यहां जारी प्रेस रिलीज में एतिहासिक जामा मस्जिद लुधियाना से शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने कही।उन्होंने कहा कि पंजाब में तबलीगी जमात के सदस्य पहले दिन से ही सरकार का सहयोग कर रहे हैं जामा मस्जिद की ओर से भी अपील की गई थी कि जिन लोगों को टेस्ट के लिए कहा गया है वह अपने आप को पेश करें। शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान लुधियानवी ने कहा कि मुस्लिम समाज पंजाब में कोरोना वायरस के खिलाफ सारे भाईचारे और सरकार के साथ है लेकिन इसके बावजूद अलग-अलग शहरों और कस्बों से मिल रही खबरों के अनुसार शरारती तत्व सोशल मीडिया पर मुसलमानों के खिलाफ आम जनता को भ्रमित कर रहे हैं तरह-तरह के डराने वाले मैसेज और पोस्ट की जा रही हैं जिसे किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता।शाही इमाम ने पंजाब सरकार से अपील की है कि सोशल मीडिया में जो भी शरारती तत्व माहौल को खराब करने के लिए और कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही बहुत बड़ी मुहिम को खराब करने के लिए झूठे मैसेज डाल रहे हैं उनके खिलाफ ना सिर्फ फौरी तौर पर कार्रवाई हो बल्कि मुजरिमों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जाए।शाही इमाम ने कहा कि पंजाब के कई कस्बों और जिलों में लोकल प्रशासन ने भी शरारती तत्वों के खिलाफ कोई खास रोल अदा नहीं किया है जो कि अफसोस नाक हैं। शाही इमाम ने राज्य के सभी मुसलमानों से अपील की है कि उनके इलाके में दिल्ली से अगर कोई जमात गई है तो उनका टेस्ट करवाने के लिए खुद ही जिला प्रशासन से संपर्क करें लेकिन इसके अलावा अगर कोई प्रशासनिक अधिकारी या कोई शरारती तत्व बिना वजह धर्म के आधार पर किसी को तंग करता है तो फौरी तौर पर पंजाब के मुसलमानों के मुख्य केन्द्र जामा मस्जिद लुधियाना से संपर्क करें।
शाही इमाम के सुरक्षा कर्मचारी भी गए कफ्र्यू ड्यूटी पर लुधियाना. कोरोना के खिलाफ जारी अभियान में जहां पंजाब के मुख्यमंत्री महाराजा अमरिंदर सिंह ने अपनी सुरक्षा को जनता के लिए रवाना किया वहीं अलग-अलग लोगों ने भी अपने अपने सुरक्षा कर्मचारियों को कफ्र्यू ड्यूटी के लिए पुलिस लाइन भेज दिया। शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी के मुख्य सचिव मुहम्मद मुस्तकीम ने बताया कि शाही इमाम साहब की सुरक्षा में लगे पंजाब पुलिस के जवानों और जामा मस्जिद की गार्द में लगे 12 में से 9 जवानों को पुलिस लाइन भेज दिया गया ताकि वह कफ्र्यू ड्यूटी में सहयोग कर सके।