कोरोना वायरस ने पहले एशिया और अब यूरोप महादेश में सबसे ज्यादा तवाही मचाई है. वर्तमान में अमेरिका की स्थिति सबसे ज्यादा खराब हो गई है. इस बिमारी से अबतक तीन लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो गए हैं वहीं इस बीमारी से अमेरिका में आठ हजार से ज्यादा लोगों कि मौत हो चुकी है. अमेरिका इस बीमारी से टुट चुका है. कुछ दिन पहले मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार अमेरिका के पास मेडिकल सुरक्षा के उपकरण नहीं थे जिसके बाद रूस ने हाथ आगे बढ़ाते हुए वे उपकरण मुहैया कराया था. अब अमेरिका ने भारत से मदद की गुहार लगाई है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनालंड टंप और पीएम मोदी के बीच में शनिवार की शाम को फोन पर बातचीत हुई है. जिसमें ट्रंप ने मोदी से मदद की गुहार लगाई है. अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट की खेप भेजने का आग्रह किया है. आपको बता दें कि हाइड्राक्लोक्वीन टैबलेट का उपयोग कोरोना के मरीजों के इलाज में किया जाता है. भारत और अमेरिका के बीच हुई बातचीत को लेकर जानकारी देते हुए ट्रंप ने कहा कि हमने हाइड्रोक्लोक्वीन टैबलेट भेजने का आग्रह किया है. पीएम मोदी ने इसकी जानकारी ट्वीट कर दी है. उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति से टेलिफोन पर बातचीत हुई हैं. हमारी चर्चा अच्छी रही है. उन्होंने कहा कि हम कोरोना वायरस के खिलाफ भारत-अमेरिका साझीदारी की पूर्ण ताकत का इस्तेमाल करने पर सहमत हुए.
आपको बता दें कि कोरोना वायरस से बूरे विश्व में 8 लाख सेज्यादा लोग संक्रमित हो गए हैं वहीं सिर्फ अमेरिका में इस बीमारी से 3 लाख से ज्यादा लोगों इस बीमारी की चपेट में हैं. जबकि यहां 8 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं भारत की बात करे तो अबतक 3 हजार लोग इस बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं. जबकि 70 से ज्यादा लोगों की इस बीमारी मौत हो चुकी है.