कोरोना वायरस भारत समेत विश्व के ज्यादातर देशों में अपना पैर पसार चुका है. इस बीमारी से विश्व में 8 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो गए हैं. अब तक इस बीमारी से 40 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. अबतक सबसे ज्यादा मौत अमेरिका में हुई है. अमेरिका की हालत खराब है. यहां मेडिकल की सुविधा खत्म होने वाली है. ऐसे में रूस ने अमेरिका को मदद किया है. इधर अमेरिका के वैज्ञानिक दिन रात मेहनत कर कोरोना वायरस की तोड़ निकालने में लगे हैं. अमेरिका में कोविड-19 का वैक्सीन बनाया गया है.
अमेरिका की तरफ कोरोना के वैक्सीन खोजे जाने की बात कही जा रही है. अमेरिका के वैज्ञानिकों ने गुरुवार को बताया है कि इस वैक्सिन का प्रयोग चूहे पर किया गया है. उन्होंने कहा है कि इस प्रोटोटाइप वैक्सिन ने दो सप्ताह के भीतर ऐंटीबॉडीज तैयार कर ली है. इस वैक्सिन का नाम पिटकोवैक रखा गया है. अमेरिका में खोज कर रहे यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ता कहते हैं कि जानवरों परलंबे समय तक नजर नहीं रखी जा सकी है तो यह कहना जल्दबाजी होगी कब तक उनमें इम्युनिटी बनी रहेगी. शोधकर्ताओं की टीम ने कहाहै कि उन्हें भरोसा है कि अगले कुछ महिनों में इसका प्रयोग इंसानों पर किया जाएगा.
इधर अमेरिका में पुराने तरीके से इलाज की पद्धित को शुरु किया गया है. बताया जा रहा है कि जब 1906 में फ्लू आया था तो उस समय लोगों को प्लाजामा से बचाया गया था. एक बार फिर से स्वस्थ मरीज के प्लाजा से संक्रमित मरीजो का इलाज किया जा रहा है. इसको लेकर न्यूयार्क में लोग बड़ी संख्या में लोग ब्लड डोनेट कर रहे हैं.
स्त्रोतः-https://navbharattimes.indiatimes.com/world/america/coronavirus-vaccine-created-in-us-works-on-mice-doctors-likely-to-experiment-on-humans/articleshow/74977353.cms