संसू, इसुआपुर :प्रखंड के एक गांव में कोरोना पोजिटिव मरीज के मिलने से हड़कंप मच गया है। प्रशासन ने पूरे गांव के लोगों को क्वारंटाइन कर दिया है। मरीज के एक दर्जन स्वजनों को सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। परिवार के पांच सदस्य घर छोड़कर गायब हैं। उनकी जानकारी प्रशासन जुटा रहा है। जो युवक कोरोना संक्रमित मिला है वह इंग्लैड में काम करता था। उसका इटली भी आना-जाना था।
जानकारी के अनुसार जब वह इंग्लैंड से गांव पहुंचा तो 21 मार्च को गांव में आयोजित एक शादी में शामिल भी हुआ था। शादी में सिवान से करीब डेढ़ सौ बराती आए थे। काफी संख्या में गांव के लोग भी उसमें शामिल हुए थे। अब जब युवक में कोरोना वायरस पाए जाने की जानकारी हुई है तो लोगों के बीच दहशत कायम हो गया है। इस बीच प्रशासन ने गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। गांव के लोग अपने-अपने घरों में हैं। मेडिकल टीम जिला मलेरिया पदाधिकारी के नेतृत्व में कैंप की हुई है। इस कैंप में 30 स्वास्थ्य कर्मियों को शामिल किया गया है। इस दौरान मरीज के माता-पिता व पत्नी सहित परिवार के करीब 12 सदस्यों को सदर अस्पताल स्थित आइसोलेशन केंद्र में रखा गया है। ग्रामीणों के अनुसार मरीज के पांच रिश्तेदार घर छोड़कर गायब हैं। हालांकि वे गांव के आसपास ही छुपे हुए है, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है।
इनसेट
मरीज के ट्रैवल हिस्ट्री की स्वास्थ्य विभाग ले रहा जानकारी
-अब तक इस मरीज के संपर्क में आने वाले 13 लोगों की पहचान की गई है
- इसकी संख्या और अधिक होने की है संभावना
जाटी, छपरा: कोरोना पॉजिटिव मरीज ने विभाग की मुश्किलें बढ़ा दी है। इस मरीज के लंबे-चौड़े ट्रैवल हिस्ट्री को स्वास्थ्य विभाग ट्रैक कर रहा है। अब तक इस मरीज के संपर्क में आने वाले 13 लोगों की पहचान की गई है। हालांकि इनकी संख्या और अधिक हो सकती है।
जानकारी के अनुसार यूके से पानी जहाज के जरिए वह युवक लंदन पहुंचा। वहां से हवाई जहाज से मुंबई और फिर ट्रेन से पटना। पटना से ओला कैब लेकर फुलवारी शरीफ पहुंचा और वहां एक होटल में रुका। वह उसके बाद दानापुर गया, फिर पीएमसीएच और वहां से अपने गांव। गांव आने के बाद भी वह लगातार घूमता रहा। इसी दौरान इस मरीज के साथ कई लोग संपर्क में आए हैं जिनकी जांच स्वास्थ्य विभाग कर रहा है।
तीन किलोमीटर के दायरे को किया जा रहा सैनिटाइज
डीएम सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि विदेशों के ट्रैवल हिस्ट्री वाले सभी लोगों की स्वास्थ्य जांच कर उनका सैंपल पटना भेजा गया था। उनमें से इसुआपुर का एक मरीज का पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद उसे और उसके संपर्क में रहने वाले 13 लोगों को आइसोलेशन में भेजा गया है। प्रभावित इलाके के तीन किलोमीटर के दायरे को सैनिटाइज किया जा रहा है। इसके साथ ही लोगों से भी अपील की जा रही है कि वह लोग ज्यादा से ज्यादा घरों में रहें और अपने स्वास्थ्य की भी मॉनिटरिग करते रहें।
एसिप्टोमेटिक मरीज ज्यादा संक्रमण फैलाते हैं
डॉक्टरों के अनुसार यह एक ऐसा मरीज है जिसमें कोरोना का कोई भी लक्षण नजर नहीं आ रहा है। मेडिकल साइंस ऐसे मरीजों को एसिप्टोमेटिक कहता है जिनकी पहचान में काफी मुश्किल होती है। ऐसे लोग ज्यादा लोगों के बीच संक्रमण फैलाते हैं। विदेशों में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। जहां एक मरीज से 2000 लोग तक संक्रमित हुए हैं। यही वजह है कि छपरा के इस मरीज को लेकर स्वास्थ्य विभाग काफी सतर्क है। क्योंकि अभी भी इस मरीज में कोरोना का कोई भी लक्षण खुलकर सामने नहीं आया है। इस मरीज को फिलहाल आइसोलेशन सेंटर में रखा गया है, जहां इसकी देखभाल की जा रही है। साथ ही एक बार फिर से इसकी जांच की तैयारी भी की जा रही है।