कटिहार। वासंतिक नवरात्र की दशमीं तिथि को कलश विसर्जन के साथ चैती नवरात्र का समापन हो गया। कोरोना के प्रभाव के कारण इस बार नवरात्र का आयोजन सादे समारोह के तहत किया गया था। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ नौ दिनों की आराधना के बाद शुक्रवार को पूजा का समापन हो गया। कोरोना के कारण मंदिरों में लोगों की भीड़ भाड़ कम रही। हालांकि मंदिरों में विधिवत पूजा-अर्चना की गई। शारीरिक दूरी का पालन के साथ कलश का विसर्जन किया गया। अंतिम दिन दर्शन को लेकर श्रद्धालु शारीरिक दूरी का पालन कर मंदिरों में पहुंचे थे। हालांकि अधिकांश स्थानों पर कलश की स्थापना कर पूजा-अर्चना की गई थी। लोगों ने नम आंखों से मां दुर्गा को विदाई दी।