कोरोना वायरस के संक्रमण को फैले से रोकने के लिए पूरे देश में लागू लॉकडाउन में सामूहिक पूजा और नमाज पर पूर्ण रूप से रोक है, लेकिन शुक्रवार को बिहार सिवान और मधुबनी में इसका खुलेआम उल्लंघन करते हुए देखा गया। सिवान के महाराजगंज के सिकटिया पंचायत के खानपुरा गांव की मस्जिद में शुक्रवार की दोपहर एक बजे 50 से ज्यादा लोगों ने एकत्रित होकर जुमे की नमाज पढ़ी। मामले की जानकारी होते ही मजिस्ट्रेट मनीष कुमार ने आवेदन देकर इमाम के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मनीष कुमार ने कहा कि वहां जाकर देखा तो मस्जिद में 40-50 की संख्या में लोग एक साथ नमाज अदा करने की तैयारी कर रहे थे।
मधुबनी अंधराठाढ़ी में भी सामूहिक रूप से पढ़ी गई नमाज -
हरना गांव में सामूहिक रूप से नमाज पढ़ी गई। ग्रामीणों ने बताया कि रात में जिन 11 जमातियों को क्वारंटाइन में भेजा गया, वे भी नमाज में शरीक हुए। इस दौरान पुरुष मस्जिद के अंदर थे। दरवाजे पर महिलाएं लाठी और मिर्च पाउडर लेकर बाहर में खड़ी रहीं। पुलिस प्रशासन बेखबर रहा। थानाध्यक्ष गया सिंह ने इस तरह की सूचना से इनकार किया है। डीएसपी अमित शरण ने भी किसी तरह की कार्रवाई से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि लोगों को समझाने की कोशिश जारी है। वहीं, सीओ विष्णुदेव सिंह ने कहा कि सूचना मिली है। मौलवी से जानकारी लेंगे।
गौरतलब है कि कोरोना से निजात को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ है। पूरे देश में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू है, जबकि बिहार में इसके दो दिन पहले से ही लॉकडाउन लगा हुआ है। इसके तहत बार-बार प्रशासन की ओर से कहा जा रहा है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कीजिए। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपील की है कि फीजिकल डिस्टेंसिंग का पालन हो। इसके उल्लंघन को लेकर दिल्ली का मरकज प्रकरण हंगामा बरपाए हुए है। इसके बाद भी लोग सबक नहीं ले रहे हैं।