वही कुछ लोगो का मानना है की राधा का विवाह रायाण से हुआ था और कुछ लोग ये भी मानते है की राधा श्री कृष्ण की पत्नी थी इस बात में कितनी सच्चाई है इसके बारे में आज हम आपको पूरी जानकारी देते है।
कहते है राधा योगमाया का रूप थी योगमाया ने राधा के रूप में पृथ्वी पर जन्म लिया था लेकिन उनका जन्म गर्भ से न होकर स्वयं अवतरण हुआ था हालाँकि समाज में इसे साधारण दिखाने के लिए देवी राधा की माँ के गर्भ में 9 महीने तक वायु रही ताकि दिव्य शक्ति के जन्म का राज न खुल सके।
ब्रह्म वैर्य पुराण में राधा कृष्ण के विवाह को लेकर लिखा है कि कृष्ण और राधा का विवाह हुआ था और स्वयं परम पिता ब्रह्मा ने विवाह संस्कार में पंडित की भूमिका निभाई थी किन्तु यदि राधा कृष्ण की ब्याहता थी तो रायाण का विवाह किस्से हुआ था दरअसल रायाण का विवाह देवी राधा की छाया से हुआ था।
शादी के कुछ समय पहले देवी लक्ष्मी रुपी राधा अपनी छाया मायके में छोड़कर विष्णु लोक को चली गईं थीं भगवान कृष्ण से विवाह सम्पन्न होने के बाद राधा अपने माता पिता की देखरेख के लिए पृथ्वी पर अपनी छाया छोड़कर चली गयी थी।