अधर में जलनिकासी की योजना, बारिश के दौरान फिर मंडराएगा पटना के डूबने का खतरा

2017 में जलजमाव के बाद से ही जलनिकासी योजना बनाने की बात हुई। जनवरी 2018 में नगर विकास मंत्री ने योजना का शिलान्यास किया। फिलहाल लॉकडाउन के कारण ड्रेनेज निर्माण बंद है। हाल ही में होटल मौर्या में हुई निगम की विशेष बैठक में भी पार्षदों ने पतले नाले पर आपत्ति जताई थी। बुडको के अधकारियों ने कहा की डिजायन के अनुसार ड्रेनेज का निर्माण हो रहा है। नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा नाले का निरीक्षण कर यथास्थिति देखने की बात कर रहे हैं। बांकीपुर विधायक नीतीन नवीन ने कहा कि बिना चौड़ा नाला निर्माण से कोई लाभ नहीं होगा। लगातार आबादी भी बढ़ रही है।

कंकड़बाग अंचल के योगीपुर नाले की उड़ाही बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रही। नाले की गाद निकाली जा रही है। शुक्रवार से पाटलिपुत्र अंचल मंदिरी नाले की सफाई की जाएगी। नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा के अनुसार दो-तीन दिनों कई नालों की सफाई होने लगेगी। मालूम हो कि एक माह के अंदर सभी नौ बड़े नालों की गाद निकाल सफाई कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इनमें सर्पेंटाइन नाला, योगीपुर नाला, मंदिरी नाला, बाकरगंज नाला, आनंदपुरी नाला, कुर्जी नाला, बाईपास नाला (कंकड़बाग एवं नूतन राजधानी क्षेत्र) एवं सैदपुर नाला शामिल है। नाले की उड़ाही सुपर सकर, पोकलेन आदि मशीनों से हो रही है। खुद नगर निगम हय कार्य करा रहा है। एजेंसियों के चयन के लिए दो-तीन बार निविदा निकाली गई। तकनीकी कारण से निविदा सफल नहीं हो पाई। नगर निगम ने नाले की सफाई का काम अपने ऊपर ले लिया है।

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