क्या होता है हार्ट ब्लॉकेज, क्या है इससे बचने के घरेलू उपचार

जयपुर हेल्थ। हर्ट ब्लॉकेज ह्दय से जुङी समस्या है। इस समस्या में हृदय का इलेक्ट्रिकल सिस्‍टम प्रभावित होता है। ये कोरोनरी आर्टरी डिजीज से अलग है जिसमें कि हृदय की रक्‍त वाहिकाओं पर असर पड़ता है। जब हार्ट ब्‍लॉकेज होता है तो दिल की धड़कनें अनियमित हो जाती है और सामान्‍य से धीमी गति से चलने लगती है।


दिल की धड़कन धीमी या अनियमित होना या घबराहट होना, सांस लेने में दिक्‍कत, सिर चकराना, छाती में दर्द और असहज महसूस होना, शरीर में ठीक तरह से खून पंप न होने की वजह से एक्‍सरसाइज करने में दिक्‍कत आना, ये कुछ सामन्य लक्षण है हर्ट ब्लॉकेज के। अनार में मौजूद पॉलीफेनोल्‍स स्‍वस्‍थ लोगों में प्‍लाक जमने से रोकते हैं।

रोज एक कप अनार का जूस पीने से रक्‍त प्रवाह ठीक होता है, ब्‍लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और कोरोनरी आर्टरी डिजीज के मरीजों में बैड कोलेस्‍ट्रोल का स्‍तर कम होता है। दालचीनी पाउडर लेने से बैड कोलेस्‍ट्रोल और ट्राइग्लिसराइड का स्‍तर कम होता है। बैड कोलेस्‍ट्रोल हार्ट ब्‍लॉकेज का प्रमुख कारण हो सकता है।

लाल मिर्च में कैप्‍सेसिन नामक तत्‍व होता है जो कि बैड कोलेस्‍ट्रोल के स्‍तर को कम करता है और ब्‍लड प्रेशर घटाने, हाई कोलेस्‍ट्रोल और खून के थक्‍के बनने से भी रोकता है। लहसुन एंटीकोएगुलेंट गुण होते हैं जो खून को पतला रखने में मदद करते हैं। इस वजह से लहसुन हार्ट अटैक और स्‍ट्रोक के खतरे को कम करता है।

हल्‍दी में करक्‍यूमिन नामक तत्‍व होता है जिसमें एंटीऑक्‍सीडेंट, सूजन-रोधी और खून के थक्‍के बनने से रोकने की शक्‍ति होती है। अगर आपको हृदय से जुड़ी कोई समस्‍या या रोग है तो आप इन चीजों को अपने आहार में शामिल करके इस समस्या से छुटकारा पा सकते है।

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