भागलपुर, जेएनएन। रेलवे अब पैडल हैंड वॉश बेसिन से कोरोना का मुकाबला करेगा। इस बेसिन की खासियत यह है कि रेल कर्मचारियों और अधिकारियों को हाथ और मुंह धोने के लिए हाथ लगाने की जरूरत नहीं है। पैर से ही हैंड वॉश और पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं। अपने आप में अनोखा बेसीन को भागलपुर कैरिज एंड वैगन विभाग के अभियंता और कर्मियों ने अपनी तकनीक का इस्तेमाल करते हुए बनाया है। यह मालदा मंडल का पहला हाईटेक वॉश बेसिन है। दरअसल, लॉकडाउन में ट्रेनों का परिचालन बंद होने के बाद भी कैरिज एंड वैगन विभाग में कार्यरत कर्मियों और अधिकारियों की ड्यूटी लगी हुई है। कोरोना वायरस के संक्रमण से खुद को बचाव के लिए मालदा मंडल की ओर से ऐसा वॉश बेसिन मशीन तैयार करने के लिए कहा गया था, जिसमें हाथ का इस्तेमाल न हो। इसे बनाने में बाहर से कुछ भी समान नहीं लाए गए हैं। सब रेलवे के संसाधनों से इसे बनाया गया है।
एक दिन में हो गया तैयार
इतने लेटेस्ट वॉश बेसिन को कैरिज एंड वैगन विभाग के तकनीशियन और कर्मियों ने एक दिन में ही तैयार कर लिया। सेक्शन इंजीनियर की देखरेख में इसे बनाया गया। पर्यवेक्षक अचल सिंह कर्मचारी मृत्युंजय और रविचंद्र राय की भूमिका रही।
कैसे करता है काम
इस लेटेस्ट हैंड वॉश बेसिन में छोटा सा पानी का टंकी, बेसिन के ऊपर हैंडवाश और नीचे दो पैंडल दिया गया है। एक पैंडल को दबाने पर नल से पानी निकलता है और दूसरे से हैंड वॉश। रेलवे का कहना है कि इसके बनने से संक्रमण से पूरी तरह बचाव होगा कर्मचारी कोरोना वायरस से सुरक्षित रहेंगे।
मास्क और ग्लव्स से लैस हुए रेलकर्मी
इस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन भागलपुर शाखा की ओर से विभिन्न विभागों के रेलवे कर्मचारियों को के बीच हैंड ग्लव्स, मास्क, साबुन वितरण किया गया। शाखा सचिव आरके सिंह ने बताया कि यूनियन कर्मचारियों के स्वास्थ्य के प्रति चिंतित है। इस मुश्किल घड़ी में भी कर्मचारी रिस्क लेकर काम कर रहे हैं। ग्लव्स, मास्क दिए जाने से काफी हद तक कोरोना वायरस से बचाव में सहायक होगा। यूनियन रेलकर्मियों की स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है। गुरुवार को 200 कर्मियों के बीच वितरण किया गया। अभी यह काम लगातार चलेगा। उधर, रेलवे ने भी सैनिटाइजर बनाने के लिए कैरेज एंड वैगन विभाग को स्प्रिट और मटेरियल जल्द उपलब्ध कराने की बात कही है। इसके आने के बाद यहां खुद सैनिटाइजर बनेंगे। वितरण के दौरान संयुक्त सचिव चंदन कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष प्रबल कुमार, शंभू राम, जितेंद्र कुमार सहित यूनियन के कई सदस्य थे।