किसी रहस्य से कम नहीं है जया प्रदा की जिंदगी, 11 साल पहले इस वजह से मौत को गले लगाना चाहती थीं

सिनेमा में कई साल राज करने के बाद अभिनेत्री जया प्रदा अब राजनीति में ज्यादा सक्रिय हैं। अभिनेत्री से पॉलीटिशियन बन चुकीं जया प्रदा ने कुछ वक्त एक लिटरेचर फेस्टिवल में पहुंची थीं। इस दौरान जया ने अपनी जिंदगी के कई राज खोले। अभिनेत्री ने बताया जिंदगी के मुश्किल वक्त में उनका साथ किसने दिया। इसके साथ ही जया ने ये भी बताया कि एक वक्त ऐसा आया था जब वो सुसाइड करने की सोच रही थीं। जया प्रदा का तीन अप्रैल को जन्मदिन है। जानिए उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ बातें।

लिटरेचर फेस्टिवल में जया प्रदा ने बताया था कि, 'मेरे जीवन में कई लोगों ने मेरी मदद की और अमर सिंह जी मेरे गॉडफादर हैं। अमर सिंह डायलिसिस पर थे और उनके साथ मेरी तस्वीरों को गलत तरीके से फैलाया गया। मैं रो रही थी और कह रही थी कि अब मुझे और नहीं जीना है, मैं आत्महत्या करना चाहती हूं। मैं सदमे में थी और किसी ने मेरा समर्थन नहीं किया। डायलिसिस से आने पर सिर्फ अमर सिंह जी मेरे साथ खड़े हुए, मेरा समर्थन किया।' यहां आपको बता दें जया प्रदा ने साल 2009 चुनाव में आजम खान पर अश्लील तस्वीरें फैलाने का आरोप लगाया था।
जया प्रदा अपनी निजी जिंदगी के बारे में कम ही बात करती हैं। उन्होंने 1986 में प्रोड्यूसर श्रीकांत नाहटा से शादी की। जया प्रदा श्रीकांत की दूसरी पत्नी थीं। श्रीकांत की पहली पत्नी चंद्रा से तीन बच्चे हैं। उस वक्त जया प्रदा की शादी से काफी विवाद भी खड़ा हुआ था क्योंकि श्रीकांत ने पहली पत्नी को तलाक नहीं दिया था और जया प्रदा से शादी कर ली थी।
श्रीकांत की पहली पत्नी और जया प्रदा में सहमति हो गई और दोनों साथ में रहने लगे। जया प्रदा से शादी के बाद भी श्रीकांत की पहली पत्नी से उनके बच्चे हुए। जया प्रदा और श्रीकांत के कोई बच्चे नहीं हैं, हालांकि एक बार एक इंटरव्यू में उन्होंने बच्चे की चाहत जताई थी और चाहती थीं कि उनके भी बच्चे हों।
बहरहाल, करियर की ऊंचाईयों तक पहुंचने के बाद जया प्रदा ने राजनीति की ओर रुख किया। जया प्रदा 1994 में तेलुगू देशम पार्टी में शामिल हो गईं। साल 2000 में वो तेदेपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुईं। माना जाता है कि जया प्रदा को पार्टी में लाने के पीछे अमर सिंह की बड़ी भूमिका थी। जब अमर सिंह समाजवादी पार्टी से अलग हुए तो जया भी उनके साथ अलग होकर राष्ट्रीय लोकदल पार्टी में शामिल हुईं। इसके बाद साल 2019 में जया ने भारतीय जनता पार्टी का हाथ थामा।

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