मधेपुरा। कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन की स्थिति में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रखंडस्तर के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए बात की। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने परिस्थितियों पर बारिकी से चर्चा की। कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन की स्थिति को स्पष्ट किया। कहा कि वैश्विक महामारी से लोग परेशान हैं। हम सब मिलकर चुनौतियों से मुकाबला कर रहे हैं। यह चुनौती मात्र नहीं है। हमें गंभीरता के साथ लाकडॉउन के नियमों का पालन करना होगा। उन्होंने सरकार द्वारा किए अबतक के प्रयासों और आगे की व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सारा कुछ लोगों के सहयोग से ही संभव हो पाएगा। बुधवार को अनुमंडल कार्यालय परिसर स्थिति वीडियो कांफ्रेंसिग में प्रखंड विकास पदाधिकारी मुर्सिद अंसारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आइबी कुमार, थानाध्यक्ष शशिभूषण सिंह व जनप्रतिनिधियों ने भाग लिए। मुख्यमंत्री के द्वारा कोरोना वायरस को लेकर शारीरिक दूरी एवं अन्य जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि फसल कटनी पर कोई रोक नहीं है। परंतु सामाजिक दूरी को ध्यान में रखना है। फसल तैयारी को लेकर लोग ज्यादातर मशीन को इस्तेमाल में लाए। मजदूरों से फसल तैयारी करने की स्थिति में सामाजिक दूरी का ख्याल रखा जाए। उन्होंने सभी बीडीओ से सामाजिक सुरक्षा एवं अन्य पेंशन योजना की तीन माह की राशि एक मुस्त लोगों के खाते में भेजने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी प्रकार के संसाधन की कमी नहीं है। बिहार से बाहर अभी जितने भी आदमी फंसे हुए हैं। वह सभी से संपर्क में है। उनको बिहार सरकार के द्वारा बिहार लाने की कोशिश किया जा रहा है। लोगों में ज्यादा से ज्यादा जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वालों को पंचायत में बने क्वारंटाइन भवन में रखा जाए। उन्होंने कहा कि अब क्वारंटाइन भवन में रहने वाले लोगों को खाने से लेकर हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा। पंचायत के मुखिया से कहा गया कि वह पंचायत को उपलब्ध राशि से सैनिटाइजर, हैंड वॉस, मास्क खरीद कर बाहर से आने वाले लोगों को उपलब्ध कराएं।
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Posted By: Jagran
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