मधुबनी। कोरोना के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए देश में लॉकडाउन किया गया। इसके साथ ही नेपाल में भी लॉकडाउन घोषित हुई। वहीं भारत-नेपाल सीमा को पूरी तरह सील कर दिया गया। वहीं पुलिस महानिदेशक (आधुनिकीकरण) से जारी पत्र के आलोक में डीएम ने सीमावर्ती समेत 21 थाना क्षेत्र में चेक पोस्ट बनाने का निर्देश दिया। इसके आलोक में लदनियां थाना के एनएच-104 पर पिपराही, गोरगम्मा, लदनियां बाजार एवं योगिया में चेक पोस्ट बनाए गए। गोरगम्मा चेक पोस्ट पर कनीय अभियंता मनरेगा विक्की कुमार एवं बाबूबरही प्रखंड के बीसीओ सुबोध कुमार सिंह को नोडल पदाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है। मगर, गुरुवार को दोपहर के डेढ़ बजे दिन तक चेक पोस्ट का अतापता नहीं है।
जानकारी के मुताबिक डीएम को भारत-नेपाल बॉर्डर सील किए जाने की रिपोर्ट आ चुकी थी। इसमें नेपाल के गोरगम्मा से एनएच-104 पर आने वाली सड़क को सील किए जाने की बात का उल्लेख किया गया है। मगर, प्रतिदिन सौ से अधिक नेपाली नंबर की बाइक गोरगम्मा से लदनियां बाजार रोजमर्रा के सामान खरीदारी करने आते हैं। कहने को तो उक्त रास्ता में ही एसएसबी का अस्थायी ओपी है। मगर, यह भी लावारिस अवस्था में पड़ा था।
गोरगम्मा से एनएच-104 की दूरी करीब डेढ़ किलोमीटर है। मगर, यहां चेक पोस्ट नहीं बनने से बेरोटोक आवाजारी जारी है। नेपाल से बेधड़क आती बाइकें सख्ती की पोल भी खोल रही है। इस संबंध में बीडीओ नवल किशोर ठाकुर से पूछा गया तो उन्हें यह भी पता नहीं था कि गोरगम्मा लदनियां प्रखंड की किस पंचायत में है। वहीं थानाध्यक्ष मनोज कुमार से मोबाइल फोन पर पूछा गया तो उन्होंने बताया कि गोरगम्मा नेपाली सीमा में पड़ता है। यहां चेक पोस्ट के प्रस्ताव पर उन्होंने चुप्पी साध ली।