कोरोना वायरस से संक्रमित कनिका कपूर अस्पताल में भर्ती हैं। बीते दिनों उन्हें लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई अस्पताल में भर्ती करवाया गया। कनिका कपूर पर कोरोना संक्रमित होने के बाद लापरवाही बर्तने का आरोप लगा था। जिसके बाद उनके खिलाफ एफआईआर तक दर्ज हो गई। वहीं अस्पताल में भर्ती होने के बाद इस तरह की खबरें भी आईं कि कनिका कपूर और अस्पताल के स्टाफ के बीच साफ-सफाई और व्यवहार को लेकर विवाद रहा है। ऐसे में अब खुद कनिका ने इस मामले में सफाई दी है।
कनिका कपूर ने हाल ही में मीडिया को एक इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू में गायिका ने कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद की अपनी दास्तां बताई। इस दौरान कनिका ने बताया कि 19 मार्च की शाम करीब 3:30 बजे डॉक्टर्स की टीम कनिका कपूर का टेस्ट करने के लिए पहुंची थी। अगले दिन यानी 20 मार्च की सुबह करीब आठ बजे डॉक्टर का फोन आया और कनिका को बताया गया कि वह कोरोना से संक्रमित पाई गई है।
कनिका कपूर ने आगे कहा कि जल्दीबाजी में सुबह उनके घर एंबुलेंस आ गई और डाक्टर्स की एक टीम उन्हें लखनऊ के पीजीआई अस्पताल लेकर चली गई। वहीं कनिका कपूर के माता-पिता भी अपनी गाड़ी से कनिका की एंबुलेंस के साथ पीजीआई पहुंचे। कनिका ने अनुसार जब उनको अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टर्स ने कनिका को घर के कपडे़ चेंज करके मरीजों का गाउन पहनने के लिए दिया।
वहीं कनिका के परिवार के अनुसार डॉक्टर्स ने कनिका से कमरे में ही एक पर्दे के पीछे कपडे़ बदलने को बोला। इस पर कनिका ने अपनी नाराजगी जताई थी और बाद में रूम मे गंदगी को लेकर भी उन्होंने स्टाफ से सफाई करने को कहा। इसी बात को लेकर पीजीआई अस्पताल के प्रशासन ने उन पर स्टार्स वाले नखरे दिखाने का आरोप लगाया। हालांकि अब कनिका डॉक्टर्स के साथ पूरा सहयोग कर रही हैं।
आपको बता दें कि कनिका कपूर जब से अस्पताल में भर्ती हुई हैं तब से अब तक उनके कुल पांच कोविड-19 टेस्ट हो चुके हैं। वह इन पांचों ही टेस्ट में कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई हैं। हालंकि संजय गांधी पीजीआई अस्पताल के डॉक्टर्स का कहना है कि कनिका कपूर की तबीयत में पहले से काफी ज्यादा सुधार हुआ है।