भोजपुर में अभी तक कोरोना का एक भी मरीज नहीं

आरा। भोजपुर में अभी तक एक भी करोना का मरीज नहीं हैं। संभावित सात कोरोना संक्रमितों का जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गया है, जिसमें सभी के रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुए हैं। बता दें कि 1 मार्च के बाद जिले में दूसरे राज्यों से कुल 3,758 लोग आए हैं। इसमें 330 लोग विदेशों से आए हैं।उन्होंने कहा कि बिहार के बाहर से भोजपुर आए सभी लोगों को होम क्वॉरेंटाइन में रखा गया है। 32 लोगों के संक्रमण की जांच ब्लड सैंपल लेकर भेजे गए हैं, जिसमें सात का रिपोर्ट आया है, जिसमें अभी तक एक भी संक्रमण पॉजीटिव के रोगी नहीं मिले हैं। कोरोना से बचाव के लिए एहतियात के तौर पर सरकार के दिशा-निर्देशों को जिले में लागू किया गया है। साथ ही लोगों से अपील की जा रही है कि कोरोना वायरस के संक्रमण एवं फैलते महामारी से बचने के लिए अपने-अपने घरों में रहें। अति आवश्यक हो तभी घरों से बाहर निकले और कार्य कर तुरंत घर लौट जाएं। जिलाधिकारी ने भोजपुर वासियों से अपील की है कि कोरोना वायरस से जुड़ी किसी भी तरह की अफवाहों से बचे और इससे डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि सजग, सतर्क एवं सावधान रहने की जरूरत है। जिला प्रशासन एवं सरकार द्वारा इस संबंध में जारी किए गए दिशा-निर्देशों का अक्षरश: पालन करें। तभी कोरोना के खिलाफ जिला प्रशासन एवं सरकार द्वारा जारी लड़ाई को जीता जा सकता है।

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बाहर से आने वाले लोगों पर रखें नजर, विद्यालय में रहने की करें व्यवस्था
- डीएम समेत पंचायत प्रतिनिधियों के साथ सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिग से की वार्ता
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जागरण संवाददाता, आरा : कोरोना वायरस के संक्रमण एवं महामारी को फैलने से रोकने के लिए सभी स्तरों पर एहतियाती कदम उठाने एवं लॉक डाउन को पूरी तरह से लागू करने समेत इस विषम परिस्थिति में गरीबों को हर जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा समेत पंचायतों के मुखिया से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से वार्ता की। इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी समेत सभी पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा- निर्देश एवं सुझाव दिया। उन्होंने राज्य सरकार के साथ कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया। साथ ही उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना भी की। मुख्यमंत्री ने सभी मुखिया के अलावा त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों से अपील की कि गांव में बाहर से आने वाले हर लोगों पर अपनी नजर बनाए रखें और ऐसे लोगों को गांव के विद्यालय में रहने की समुचित व्यवस्था करें, ताकि इस महामारी की घड़ी में लोगों को इस बीमारी की चपेट में आने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महामारी को रोकने के लिए हर कदम को उठा रही है। इसमें पंचायत प्रतिनिधियों का सहयोग जरूरी है। इस लड़ाई को जीतने के लिए उन्होंने त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों को समाज की सेवा करने के लिए आगे आने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस महामारी के प्रति तनिक भी लापरवाही घातक हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि अपनी सुरक्षा के साथ-साथ पूरे परिवार और समाज की सुरक्षा करें। घरों से बाहर न निकले और सरकार के लॉकडाउन को पूरी तरह लागू करें। मुख्यमंत्री ने डीएम को पूरी तरह सजग एवं तत्पर रहने का निर्देश दिया। उन्होंने पूरी तरह से प्रतिदिन इस महामारी पर सख्त मॉनीटरिग को अपनाने का आदेश दिया।
Posted By: Jagran
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