कैमूर। लॉकडाउन के दौरान कैमूर जिले के वैसे लोग जो दूसरे प्रदेशों में फंसे हैं उन्हें वापस लाने के लिए जिला प्रशासन प्रयास कर रहा है। साथ ही उनके लिए खाने-पीने की व्यवस्था के लिए वहां के प्रशासन से संपर्क कर रहा है। बुधवार को मुंबई में कैमूर जिले के धर्मेंद्र सिंह ने फोन कर सूचना दी कि लॉकडाउन के दौरान सात आदमी फंसे हैं। वर्तमान में अब खाने-पीने की सामग्री भी नहीं बची है। उन्होंने कैमूर जिला प्रशासन से वापस लाने की गुहार लगाई। इस पर जिला प्रशासन के पदाधिकारी वहां के जिला प्रशासन का नंबर उपलब्ध करा कर इस बात की जानकारी दी। साथ ही जिले के पदाधिकारियों ने वहां के प्रशासनिक पदाधिकारियों से बात कर कैमूर के फंसे लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के साथ-साथ अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विचार विमर्श किया।
कंट्रोल रूम के नोडल पदाधिकारी अरविद कुमार ने बताया कि इन दिनों कंट्रोल रूम में वैसे लोगों के अधिक फोन आ रहे हैं जो देश के विभिन्न प्रांतों में रोजी-रोटी को लेकर कमाने गए थे और लॉकडाउन के दौरान फंस गए हैं। वे लोग खाने-पीने की सामग्री उपलब्ध कराने व जिला में वापस लाने के लिए मांग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जैसे ही किसी के फंसे होने की सूचना मिल रही है तो स्थानीय प्रशासन अपने स्तर से प्रयास कर समस्या का समाधान करने में जुट जा रहा है। इसके अलावा कैमूर जिले में बाहर से आने वाले लोगों की सूचना दी जा रही है। सूचना मिलते ही मेडिकल टीम जा कर बाहर से आए लोगों की जांच कर रही है। कंट्रोल रूप में श्रम अधीक्षक रोहित कुमार, वरीय उप समाहर्ता अनामिका कृति, जय प्रकाश सहित अन्य कर्मी कार्य कर रहे हैं।