छपरा. लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान बिहार के छपरा में पुलिस (Chapra Police) का एक संवेदनशील चेहरा सामने आया है. यहां पुलिस ने एक घर में असहाय पढ़े बुजुर्ग को रेस्क्यू (Rescue) कर सुरक्षित स्थान पर भेजा. दरअसल विशाखापट्टनम में नेवी (Navy) में कार्यरत उमेश यादव के पिता रामेश्वर यादव 75 वर्ष घर में अकेले थे और उन्हें लकवा मार दिया था. अगल-बगल के लोगों ने भी लॉक डाउन में उनकी कोई मदद नहीं की जिसके बाद उमेश यादव ने सारण के एसपी हरकिशोर राय को फोन लगाया और मदद की गुहार लगाई.गांव जाने के लिए गाड़ी उपलब्ध कराई मदद की गुहार के बाद एसपी ने इस मामले में तत्परता दिखाई और मुफस्सिल थाने को नैनी गांव जाकर रामेश्वर यादव को मदद करने का निर्देश दिया. एसपी ने एक स्कॉर्पियो गाड़ी भी उपलब्ध कराई जिसके जरिए रामेश्वर यादव को उनके पैतृक गांव बलिया सकुशल भेज दिया गया. जब पुलिस रामेश्वर यादव के पास पहुंची तो रामेश्वर यादव फूट-फूट कर रोने लगे. रामेश्वर यादव के तीन बेटे हैं और तीनों सरकारी नौकरी में हैं.अलग-अलग राज्यों में फंसे हैं तीनों बेटे लॉक डाउन में तीनों ही अलग अलग राज्य में फंसे हुए हैं जहां से आने में असमर्थ थे, ऐसे में एक बेटे ने समझदारी दिखाई और एसपी से मदद की गुहार लगाई जिसके बाद एसपी ने रामेश्वर यादव को न सिर्फ मदद पहुंचाई बल्कि उन को सकुशल बलिया भी पहुंचाने की व्यवस्था की. एसपी हर किशोर राय के इस प्रयास के बाद नेवी में कार्यरत उनके पुत्र ने पुलिस विभाग को कोटि-कोटि धन्यवाद दिया है. हाल के दिनों में लॉकडाउन के दौरान पुलिस द्वारा लोगों की मदद के कई मामले सामने आए हैं जिसमें यह एक अलग तरह का मामला है जहां दूर बैठे परिजन ने पुलिस की मदद से अपने वृद्ध पिता को मदद उपलब्ध कराई है.