आयुष मंत्रालय (Ayush Ministry) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के मद्देनजर बॉडी के इम्यून सिस्टम को बढ़ाने के लिए एहतियाती स्वास्थ्य तरीकों के तौर पर अपनी देखभाल के लिए कुछ गाइड लाइन मंगलवार को जारी किए।
इनमें खासतौर से श्वसन संबंधी तरीकों का जिक्र है। उसने बोला कि ये तरीका आयुर्वेदिक साहित्य व वैज्ञानिक प्रकाशनों पर आधारित हैं। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘कोविड-19 के चलते दुनियाभर में सभी लोग प्रभावित हैं। अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने में शरीर की प्राकृतिक रक्षा प्रणाली को मजबूत करना अहम किरदार निभाता है। ’ इसमें बोला गया है, ‘हम सभी जानते हैं कि उपचार से बेहतर रोकथाम है। अभी तक चूंकि कोविड-19 के लिए कोई दवा नहीं है तो अच्छा होगा कि ऐसे एहतियाती कदम उठाए जाए जो इस वक्त में हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं। ’
कुछ सामान्य तरीकों को सूचीबद्ध करते हुए मंत्रालय ने दिनभर गर्म पानी पीने, हर दिन कम से कम 30 मिनट योग अभ्यास, प्राणायाम करने व ध्यान लगाने तथा भोजन पकाने के दौरान हल्दी, जीरा व धनिया जैसे मसालों का प्रयोग करने की सलाह दी है। उसने रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए प्रातः काल 10 ग्राम यानी एक चम्मच च्यवनप्राश खाने (मधुमेह रोगियों को बिना र्शकरा वाला) जैसे कुछ आयुर्वेदिक तरीकों का जिक्र किया है। मंत्रालय ने दिन में एक या दो बार हर्बल चाय पीने या तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सूखी अदरक व किशमिश का काढ़ा पीने तथा 150 मिलीलीटर गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी डालकर पीने की भी सलाह दी है।
लौंग का पाउडर लेने के लिए भी कहा मंत्रालय ने प्रातः काल व शाम दोनों नथुने में तिल या नारियल का ऑयल या घी लगाने जैसे कुछ सरल आयुर्वेदिक तरीका भी सुझाए हैं। सूखी खांसी या गले में सूजन के लिए उसने दिन में एक बार पुदीने की ताजा पत्ती या अजवाइन के साथ भांप लेने की सलाह दी है व खांसी या गले में खराश के लिए दिन में दो-तीन बार प्राकृतिक शक्कर या शहद के साथ लौंग का पाउडर लेने के लिए भी बोला है।
मंत्रालय ने बोला कि इन तरीकों से आम तौर पर सामान्य सूखी खांसी या गले में सूजन कम होती है। हालांकि अगर लक्षण फिर भी बने रहते हैं तो चिकित्सक की सलाह लेना बेहतर है। उसने बोला कि देशभर के प्रतिष्ठित डॉक्टरों ने इन तरीकों का सुझाव दिया है क्योंकि ये संक्रमण के विरूद्ध आदमी की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं।