बरौनी, बेगूसराय। बरौनी डेयरी में क्षमता से अधिक दुग्ध संग्रहण होने के कारण प्रबंधन ने पशुपालकों से तीन पालियों में दुग्ध संग्रहण कार्य बंद कर दिया था जिसे मंगलवार की दूसरी पाली से संग्रहण कार्य शुरू कर दिया गया है। इस आशय की जानकारी देते हुए बरौनी डेयरी के प्रबंध निदेशक एसआर मिश्रा एवं विपणन पदाधिकारी रूपेश कुमार ने बताया कि कोरोना से उत्पन्न हालात ने दुग्ध संघ के लिए अप्रत्याशित एवं अभूतपूर्व स्थिति उत्पन्न कर दिया है। देशव्यापी लॉकडाउन के कारण दुग्ध की खपत में भारी कमी देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारे क्रेताओं झारखंड, दिल्ली मिल्क स्कीम, कॉम्फेड गुवाहाटी आदि ने दूध लेना बंद कर दिया है। इसके कारण दूध का भंडारण इतना अधिक हो चुका है कि इसकी हैंडलिग अब असंभव हो रही है। दुग्ध संग्रहण से प्राप्त हो रहे दूध को संघ के पाउडर प्लांट के एतद परिचालन सहित झारखण्ड की एक आरएस फूड डेयरी में भी दूध भेजकर सुखाने के प्रयास किया जा रहा है। किन्तु दूध की मात्रा को देखते हुए यह ना काफी है, कॉम्फेड के अधीन अन्य संयत्र भी एक सीमित मात्रा से अधिक नहीं ले पा रहे हैं। जिसके कारण बीते 30 मार्च को दोनों पाली एवं 31 मार्च के प्रथम पाली में पशुपालकों से दूध नहीं लिया गया। प्रबंध निदेशक श्री मिश्रा ने बताया कि बरौनी डेयरी पशुपालकों से दूध लेने के लिए कटिबद्ध है। लेकिन क्षमता से अधिक दूध भंडारण (09 लाख 25 हजार लीटर) हो जाने के कारण तीन पालियों में दूध संग्रहण कार्य बंद करना पड़ा। उन्होंने कहा कि कुछ प्राइवेट डेयरी के द्वारा दूध संग्रहण कार्य बंद कर दिया गया है इसलिए बरौनी डेयरी में अत्यधिक मात्रा में दूध संग्रहण होने लगा है, उन्होंने कहा कि जो पशुपालक प्रतिदिन बरौनी डेयरी संघ के समिति में दूध देते थे, उनलोगों का दूध की मात्रा 05 लाख लीटर तक ले सकते हैं। इससे ज्यादा लेने में परेशानी होगी ।
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Posted By: Jagran
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