सिवान । जिले में विदेश व दूसरे राज्यों से करीब 400 लोग अपने अपने घर लौटे हैं। इन्हें फिलहाल जिला प्रशासन के निर्देश पर विभिन्न प्रखंडों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया। वहीं शहर के डीएवी पब्लिक स्कूल में बनाए गए जांच केंद्र और क्वारंटाइन सेंटर में बाहरी जिलों के रखे गए 123 लोगों की स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जांच की गई। टीम द्वारा सभी की स्क्रीनिग की गई। जानकारी के अनुसार रविवार को 22, सोमवार को 68 व मंगलवार को 35 लोगों के ब्लड का सैंपल लिया गया। इस दौरान दो लोगों को संदेहास्पद मानते हुए उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में बने आइसोलेशन में भर्ती कर लिया गया। सदर प्रखंड में 13 लोगों को आइसोलेशन सेंटर में रखा गया है। इसमें भंटापोखर पंचायत के अखइनिया में तीन, हरिबलमा पंचायत में चार धनौती में छह लोग शामिल है। प्रखंड विकास पदाधिकारी रमेंद्र कुमार ने बताया कि अभी आंकड़ों को एकत्रित किया जा रहा है। अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न प्रखंडों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में भी लोगों को पूरी निगरानी के बीच रखा जा रहा है। महाराजगंज में 26, दारौंदा प्रखंड में 26, लकड़ीनबीगंज में 1, बसंतपुर में 22, गोरेयाकोठी में 16, भगवानपुर में दो बाहरी लोगों को रखा गया है।
सुबह में चहल पहल के बाद सड़कों पर देखने को मिल रहा सन्नाटा
़कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम को लेकर जिले में लॉकडाउन किया गया है। प्रशासन द्वारा लगातार लोगों से इसके अनुपालन करने की अपील की जा रही है। बावजूद लोग मानने को तैयार नहीं है। हालांकि धूप तेज होने के कारण इसका असर शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में भी देखने को मिल रहा है। लॉकडाउन के आठवें दिन को जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण इलाकों में 10 बजे से 4 बजे तक सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। जरूरत के सामान की दुकानें खुली रहीं और लोग खरीदारी करते देखे गए। मेडिकल स्टोर व बैंक भी खुले रहे तथा लोगों ने शारीरिक दूरी को भी मेंटेन किया। चौक चौराहों पर पुलिस बेवजह घूमने वालों पर सख्त नजर आई। शहरी क्षेत्र स्थित सभी बैंक सोमवार को खुले नजर आए। लॉकडाउन के कारण किराना और मेडिकल स्टोर को छोड़कर अन्य दुकानें बंद रहीं। बाजारों में सन्नाटा नजर आया। इक्का-दुक्का लोग ही जरूरत के सामानों की खरीदारी के लिए बाहर देखे गए।
अपना रहे तरह तरह के हथकंडे :
इस दौरान बे-रोकटोक लोग सड़क पर चलते नजर आए कुछ लोग आवश्यक वस्तुएं खरीदने के लिए रोड पर निकले तो कुछ लोग मटरगश्ती करने के लिए भी तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। प्रशासन द्वारा लगातार वाहन चेकिग के साथ सख्ती बरती जा रही है। फिर भी लोग मानने को तैयार नहीं है। लगातार ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से शहर से लेकर गांव तक प्रचार प्रसार की जा रही है। लोगों को सोशल डिस्टेंसिग बनाने के साथ हीं घर में रहने की अपील की जा रही है। फिर भी लोग मानने को तैयार नहीं है। ऐसे में कोरोना से जंग जीतना मुश्किल साबित होगी।