कोरोना से जंग जितने के लिए पुलिस जवानों के पास ही नहीं है हथियार

पटना/अमित जायसवाल : कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए एक ऐसी जंग लड़ी जा रही है, जिसके लिए किसी हथियार की जरूरत नहीं है. इस जंग को जितने के लिए पिस्टल, गोली, बम या लाठी-डंडों की जरूरत बिल्कुल भी नहीं है. इसके लिए आवश्यकता है सावधानी बरतने की. कोरोना वायरस से लड़ने का सबसे बड़ा हथियार है सेनेटाइजर, हैंड ग्लब्स, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग. ये बातें लगातार बताई जा रही है. पूरे देश में लॉकडाउन है. लोग अपने घरों में कैद हैं. पुलिस के कंधों पर जिम्मेवारी अधिक बढ़ गई है. पुलिस अफसर और जवान लगातार दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहे हैं. राजधानी के हर चौक-चौराहे पर पुलिस जवानों को तैनात कर दिया गया है. इनके पास अपराधियों से लड़ने के लिए पिस्टल और गोली तो है. लेकिन कोरोना से लड़ने के लिए सेनेटाइजर, हैंड ग्लब्स, मास्क है नहीं. बगैर इसके वो ड्यूटी कर रहे हैं. गाड़ियों से चलने वालों को रोक रहे हैं. उन्हें चेक कर रहे हैं. उनसे बातें कर रहे हैं. मंगलवार को यह स्थिति हर प्वाइंट पर दिखी.

सिर्फ ड्यूटी पर लगा दिया अगमकुआं आरओबी पर ट्रैफिक पुलिस के लिए काम कर रहे होमगार्ड के दो सिपाही राम अवधेश प्रसाद और प्रदीप कुमार मिले. पहले इनकी ड्यूटी एनएमसीएच के पास स्थित काली मंदिर मोड़ पर थी. लेकिन 22 मार्च से इन्हें अगमकुआं आरओबी पर लगा दिया गया. सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक ड्यूटी कर रहे हैं. डिपार्टमेंट से इन्हें कुछ नहीं मिला. दोनों ने खुद से मास्क खरीदा और वही इस्तेमाल कर रहे हैं. धनुकी मोड़ पर बीएमपी की 5 महिला जवानों को 24 मार्च से 14 अप्रैल तक ड्यूटी पर लगाया गया है. हैंड सेनेटाइजर व ग्लब्स तो छोड़ दीजिए, इन महिला जवानों के पास मास्क भी नहीं था. चेहरे पर इन्होंने रूमाल बांध रखा था. इसी तरह का हाल भूतनाथ रोड और कांटी फैक्ट्री ट्रैफिक पोस्ट पर दिखा. एएसआई से लेकर जवानों ने मास्क पहन रखा था. लेकिन उनके पास जरूरत के दूसरे सामान नहीं थे. डा. आरएन सिंह मोड़, एग्जीविशन रोड चौराहा, डाक बंगला चौराहा, शेखपुरा मोड़ सहित अधिकांश जगहों पर ऐसी स्थिति देखने को मिली.
डीजीपी को लिखा लेटर पुलिस के जवान सुरक्षित नहीं है. इस गंभीर परिस्थिति को देखते हुए बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन आगे आया है. इस मामले में एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप कुमार और प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कुमार धीरज ने डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, पटना के डीएम कुमार रवि, एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा और नगर निगम के कमिश्नर को अलग-अलग लेटर लिखा है. डीएम से 600 जवानों के लिए मास्क, सेनिटाइजर, ग्लब्स की व्यवस्था जल्द से जल्द करने की मांग की है.
सबको ब्रिफ कर दिया गया था इस पूरे मामले पर पटना के एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा का कहना है कि लॉकडाउन के लिए ड्यूटी लगाते वक्त हर अफसर और जवानों को सावधानी बरतने के लिए ब्रिफ कर दिया गया था. अगर किसी के पास मास्क नहीं है तो वो रूमाल का इस्तेमाल कर सकते हैं. हमारे पास उपलब्ध सेनेटाइजर और ग्लब्स जवानों के बीच बांट दिए गए थे.

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