नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच जहां एक ओर पूरे देश में सोशल डिस्टेंस की अपील की जा रही है। इस बीच दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज से करीब 1548 लोगों को बाहर निकाला गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि मरकज से निकाले गए लोगों में से 441 में कोरोना के लक्षण देखने को मिले हैं। दिल्ली में अभी तक सामने आए कोरोना के 97 पॉजिटिव केस में 24 मरकज के हैं। कोरोना संक्रमित 5 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं, दो लोगों की मौत हुई है। मरकज मामले पर सीएम केजरीवाल ने जताई नाराजगी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी तक सामने आए कोरोना के मामलों की रिसर्च में जो मुख्य बात सामने आई है कि इसमें लोकल कम्यूनिटी ट्रांसमिशन नहीं हुआ है। हालांकि, मरकज से जिन लोगों को निकाला गया है उसमें ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं। मरकज में 12-13 मार्च के आस-पास बड़ी संख्या में बाहर से आए लोग शामिल हुए। वहां से जिन्हें निकाला गया है उनमें 24 केस पॉजिटिव आए हैं। मरकज से निकले 441 लोगों में कोरोना के लक्षण: केजरीवाल केजरीवाल ने बताया कि मरकज मामले में दिल्ली सरकार ने सोमवार शाम में ही एफआईआर दर्ज करने के लिए उपराज्यपाल को लिखा गया है, मुझे पूरी उम्मीद है कि वह जल्द ही इस पर कार्यवाही का आदेश देंगे। अगर किसी अधिकारी की ओर से कोई लापरवाही पाई जाती है तो उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी। केजरीवाल ने कहा कि ये कितना खतरनाक हो सकता है क्योंकि जो लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए उन्हें संक्रमित होने की संभावना तो है ही उनके संपर्क में आए लोगों में भी इसके फैलने का खतरा है। 'हम गैरजिम्मेदाराना हरकत करेंगे तो बहुत परेशानी होगी' मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक 1548 लोगों को मरकज से निकाला गया है। 1127 को क्वारंटीन के लिए भेजा गया है। इस तरह लोगों का इकट्ठा होना ये बड़ी लापरवाही है। इस कार्यक्रम के बाद देश के दूसरे हिस्सों में भी लोग गए हैं, जिससे वहां भी प्रभाव पड़ सकता है। मरकज मामले पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जब सारे मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे बंद हैं। ऐसे में इस तरह की हरकत क्यों की गई। अगर हम गैरजिम्मेदाराना हरकत करेंगे तो बहुत परेशानी होगी। -एजेंसियां