Coronavirus Lockdown: स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा है कि देश इस समय सबसे बड़े संकट से गुजर रहा है। लेकिन इस संकट में देश के नागरिक ही हमारा साथ नहीं दे रहे हैं।
ये है मामला
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित दूसरे दिग्गज नेता भी कोरोना वायरस के खिलाफ इस लड़ाई में पूरी मेहनत करते हुए नजर आ रहे हैं। लेकिन यह लड़ाई उनके अकेले की नहीं है। इस वायरस से सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जिंदगी प्रभावित नहीं हुई है। इस वायरस ने देश के हर वर्ग को घरों में कैद होने पर मजबूर कर दिया है। प्रधानमंत्री के अपील पर समझदार वर्ग के सभी लोग अपने-अपने घरों में बंद हैं। इससे वो किसी और की नहीं, बल्कि खुद की जिंदगी बचा रहे हैं। लेकिन कुछ लोगों के लिए कोरोना वायरस अब भी बस एक मजाक बना हुआ है।
देश के कई राज्यों में ऐसे क्षेत्र भी हैं, जहां के लोग बेखौफ सड़कों पर घूमते नजर आ रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर की बात है, वो मास्क भी लगाने से बचते हुए नजर आ रहे हैं। उन्हें यह बात समझ नहीं आ रही है कि ऐसा करके वो किसी और की नहीं, बल्कि अपनी और अपने ही परिवार की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। केंद्र सरकार बार-बार कह रही है कि इतिहास की यह पहली जंग है जिसे हमें घर में रहकर जीतनी है। लेकिन लोगों को ये बात समझ ही नहीं आ रही है। वो लगातार लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए नजर आते हैं, कर्फ्यू को तोड़ते हुए पकड़े जाते हैं।
बता दें कि इस लॉकडाउन से सरकार को 9.12 लाख करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। लेकिन अब भी लोगों को इसमें भी सरकार का स्वार्थ नजर आ रहा है। उन्हें यह बात समझ नहीं आ रही है कि सरकार ये कठिन निर्णय उनको बचाने के लिए ले रही है, उनके परिवार को बचाने के लिए ले रही है। बता दें कि देश के नागरिकों की इसी गैरजिम्मेदारी वाली हरकतों के कारण देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी आ गई है।
कोरोना वायरस के मामलों में हुई है बढ़ोत्तरी
लव अग्रवाल ने कहा है कि कोरोना को हराने के लिए देश के नागरिकों का ही समर्थन हमें नहीं मिल रहा है। इसलिए लॉकडाउन का बावजूद भी देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि समाज में कोरोना वायरस को लेकर कई अफवाहें भी फैल रही है। जिसे दूर करने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि जब तक हम साथ मिलकर नहीं लड़ते, हम देश को कोरोना से नहीं बचा सकते हैं। इसलिए हमें साथ मिलकर लड़ना होगा और देश को कोरोना मुक्त करना होगा।
रसद वस्तुओं (Logistics goods)की बढ़ाई जाएगी उपलब्धता
लव अग्रवाल ने कहा कि विदेश मंत्रालय रसद वस्तुओं की उपलब्धता को बढ़ाने का कार्य कर रही है। जिसके लिए दक्षिण कोरिया, तुर्की और वियतनाम को चिन्हित किया गया है। इसके अलावा N95 मास्क की आपूर्ति को बढ़ाने के लिए भी डीआरडीओ कड़ी मेहनत कर रही है। जिसके लिए स्थानीय निर्माताओं के साथ मिलकर इस क्षेत्र में भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की बैठक में कोरोना वायरस के अस्पतालों को फंक्शनल बनाने के बारे में बातचीत की गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुनियाभर के राजदूतों से बात की है। विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बातचीत में कोरोना को लेकर कई निर्णय भी लिए गए हैं।
निजामुद्दीन क्षेत्र पर भी हुई चर्चा
लव अग्रवाल ने कहा कि हम सभी को समझने की जरूरत है कि ये समय किसी भी तरह के दोषारोपण का समय नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए जरूरी है कि जिस भी क्षेत्र में ऐसा केस मिले, उसे वहीं रोकने की कोशिश की जाए।
With respect to the Nizamuddin area, we all need to understand and appreciate that this is not the time to do fault finding. What is important for us is to take action as per our containment process in whatever areas we find a case: Lav Aggarwal, Joint Secretary, Health Ministry pic.twitter.com/gO2QJP4Wpq- ANI (@ANI) March 31, 2020
With respect to the Nizamuddin area, we all need to understand and appreciate that this is not the time to do fault finding. What is important for us is to take action as per our containment process in whatever areas we find a case: Lav Aggarwal, Joint Secretary, Health Ministry pic.twitter.com/gO2QJP4Wpq