बिहार में कोरोना वायरस कोलेकर कोहराम मचा हुआ है. बिहार से बाहर रहने वाले मजदूरों के बिहार में आने को लेकर सबसे ज्यादा संसय की स्थिति बनी हुई है. बिहार में कोरोना वायरस के 16 मरीज थे जिनमें से एक मरीज पूरी तरह से ठीक हो गए हैं. उनको छुट्टी दे दिया गया है. आपको बता दें कि पटना एम्स में वह महिला 21 मार्च को भर्ती हुई थी. अब उन्हें घर भेज दिया गया है.
पटना एम्स के अधीक्षक ने बताया कि जिस महिला की आज छुट्टी हुई है वह पटना के अनीसाबाद की रहने वाली है. पिछले दिनों भागलपुर जिले से आए कोरोना के सैम्पल में से चार लोगों के पॉजिटिव हो गए थे जिसके बाद वहां के जिलाधिकारी को कोरोना को लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिया गया था. उन मरीजों को पटना के आईजीएमएस में भर्ती कराया गया. इधर पटना प्रशासन ने खेमनीचक को पुरी तरह से सील कर दिया है. साथ अब गौरीचक और जगनपुरा को भी सील करने की बात कही गई है. आपको बता दें कि खेमनीचक के एक निजी अस्पताल में एक कोरोना वायरस पीड़ित व्यक्ति की मौत हो गई थी साथ ही वहां दो कर्मचारियों में कोरोना पॉजिटिव भी पाया गया था जिसे के बाद से यह एक्शन लिया गया है.
एक महिला के ठीक होने की बात से लोगों के बीच में राहत की खबर हैं. लेकिन जब तक लोग इस बीमारी को लेकर सिरियस नहीं होंगे तब तक यह हमलोगों से दूर नहीं हो सकता है. जितना हमारे स्वास्थ्य कर्मी काम कर रहे हैं हमें भी अपने घऱ में रहकर उनकी मदद करनी चाहिए. जब तक पॉजिटिव होने वालों की संख्या में कमी नहीं आएगी तब तक पूरी तरह से शुभ संकेत नहीं हैं.