कोरोना वायरस के खिलाफ जंग का ही नजीता है कि पूरे देश को लॉकडाउन का सामना करना पड़ रहा है। सरकार हर वो कदम उठा रही है, जिससे आम आदमी पर इसका असर कम से कम हो। बीते दिनों रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट घटाई थीं। अब बैंकों ने अपने ग्राहकों तक इसका फायदा पहुंचाना शुरू कर दिया है। एसबीआई के बाद अब बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) और यूनियन बैंक ने रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट में 0.75 फीसद तक की कटौती की है। इससे पर्सनल, रिटेल और एमएसएमई लोन सस्ता होगा। इनमें होम और ऑटो लोन भी शामिल हैं।
इंडियन बैंक ने अलग-अलग अवधि के कर्ज के लिए दरों में अलग-अलग कटौती की है। बैंक ने एक साल की बेंचमार्क अवधि वाले कर्ज के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में 0.15 फीसद की कटौती की है। रिजर्व बैंक की ओर से रेपो रेट में 0.75 फीसद की कटौती के बाद से एसबीआइ और बैंक ऑफ इंडिया भी कर्ज सस्ता कर चुके हैं।
स्वास्थ्यकर्मियों को बीमा मुहैया कराएगी न्यू इंडिया एश्योरेंस
सरकारी क्षेत्र की बीमा कंपनी को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जुटे करीब 22 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को 50 लाख रुपये का बीमा देने की जिम्मेदारी मिली है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के तहत स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए इस बीमा का एलान किया था। इसमें डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ, सफाईकर्मी और अस्पताल में काम करने वाले अन्य कर्मचारी शामिल होंगे। यह इंश्योरेंस कवर 30 जून, 2020 तक के लिए होगा।
कंपनियों और एलएलपी को भी मिलेगी राहत
मौजूदा हालात में कॉरपोरेट मामले मंत्रालय ने कंपनियों और लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप्स (एलएलपी) के लिए भी राहत का एलान किया है। मंत्रालय ने "कंपनीज फ्रेश स्टार्ट स्कीम, 2020" का एलान किया है और "एलएलपी सेटलमेंट स्कीम, 2020" को रिवाइज किया है। इनके जरिये कंपनियों को कई तरह के अनुपालन में राहत मिलेगी। कंपनियों को किसी भी तरह के डिफॉल्ट को सुधारकर एक नई शुरुआत का मौका मिलेगा। इनमें कंपनियों के लिए कुछ अन्य राहतों और इन्सेंटिव का भी प्रावधान है।