Coronavirus: गुजरात में लॉकडाउन के उल्लंघन पर पासपोर्ट होगा रद्द, नहीं मिलेगी सरकारी नौकरी

कोरोना के खिलाफ जंग में लॉकडाउन के उल्लंघन पर गुजरात पुलिस ने कठोर कदम अपना लिया है. राज्य के डीजीपी शिवानंद झा ने लोगों से कहा है कि वे बिना जरूरी काम के घर से बाहर निकले तो पुलिस गुनाह दर्ज करेगी, जिससे पासपोर्ट और सरकारी नौकरी के लिए अपात्र घोषित किया जा सकता है. मामला दर्ज होने पर पर बना हुआ पासपोर्ट भी रद्द किया जा सकता है.

डीजीपी ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि कोरोना खतरनाक तरीके से पैर पसार रहा है इसलिए पुलिस को सख्त कदम उठाने को मजबूर होना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि अपार्टमेंट के पास कॉमन प्लॉट पर लोगों के एकित्रत होना भी खतरनाक है. गुजरात के शहरों में सीसीटीवी और ड्रोन के जरिए इस प्रवृत्ति पर नजर रखी जा रही है. इसलिए लोग घर में ही रहें.
पलायन रोकने पर पत्थरबाजी : सूरत के पांडेसरा इलाके में बीती रात यूपी की ओर पैदल पलायन कर रही मजदूरों की भीड़ को रोकने पर भारी बवाल हो गया. लगभग एक हजार के आसपास परप्रांतियों की भीड़ पैदल ही गुजरात छोड़ रही थी. पुलिस ने रोका तो भीड़ की ओर से पुलिस पर पथराव शुरू हो गया. पुलिस ने बड़ी मुश्किल से वाहनों के पीछे छुप कर जान बचाई और मदद बुला ली. मदद को पहुंचे 250 के आस पास जवानों को हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा.
5.90 करोड़ लोगों का सर्वे : सूत्रों के अनुसार समग्र राज्य में 5.90 लाख लोगों का सर्वे किया जा चुका है. अगले दो सप्ताह कोरोना के साथ जंग की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण माने जा रहे हैं. इसीलिए शासन और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है.पैरोल पर छूटेंगे 1200 कैदी : सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के आलोक में गुजरात सरकार लगभग 1200 कैदियों को दो माह के लिए पैरोल पर छोड़ने की तैयारी कर रही है. इस निर्णय का कारण जेलों को संक्र मण फैलने से बचाना है. जेल से बाहर करने से पहले कैदियों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी.

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