अरवल : कोरोना को लेकर जबसे पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की गई है तब से कुछ लोगों के समक्ष गंभीर समस्याएं पैदा हो गई है। इसी तरह की समस्या बाहर से आकर काम करने वाले राजमिस्त्रियों के समक्ष भी हो गई है। इस इलाके में कोलकाता, झारखंड, सीतामढ़ी आदि जगहों से बड़ी संख्या में राजमिस्त्री आए हुए हैं। लॉकडाउन के कारण उनलोगों का काम भी बंद हो गया है। काम बंद हो जाने के कारण उनलोगों के समक्ष आर्थिक स्थिति उत्पन्न हो गई है। गाड़ी नहीं चलने के कारण वे लोग वापस गांव भी नहीं जा पा रहे हैं। इनलोगों ने बताया कि जब हमलोगों का काम चलता था तो हम लोगों को प्रतिदिन के हिसाब से पैसा मिल जाता था लेकिन जब काम बंद हो गया तो अब हम लोगों को पैसा मिलना ही बंद हो गया है। इनलोगों ने यह भी कहा कि इसमे मकान निर्माण करा रहे मालिक की कोई गलती नहीं है क्योंकि उनके यहां दैनिक मजदूरी करते थे .।जब हम लोग काम ही नहीं कर रहे हैं तो फिर पैसा मांगने का हक भी नही बनता है। उनलोगों ने कहा कि हमलोगों को क्या पता था कि अचानक यह स्थिति कायम जो जाएगी। अब परिवार के लोग भी चितित हैं इधर पैसे की भी समस्या उत्पन्न हो गई है। उनलोगों ने कहा कि वे लोग घर जाना चाहते हैं। प्रशासन के लोगों को चाहिए कि उनलोगों को घर तक पहुंचाने का इंतजाम करे अन्यथा वे लोग यहां भूखे रहने को मजबूर हो जाएंगे। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि अब तक उन्हें इस संबंध में जानकारी नहीं मिली है। यदि उन्हें जानकारी दी जाएगी तो काम के अभाव में फंसे मजदूरों के लिए भोजन का इंतजाम किया जाएगा। लॉकडाउन के कारण किसी को भूखे नहीं रहने दिया जाएगा।
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Posted By: Jagran
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