मधुबनी। लॉकडाउन का पालन करते हुए व्रतियों ने अपने घर-आंगन से डूबते सूर्य को अर्घ्य अíपत किया। वर्षों से तालाब घाट पर छठ पूजा करने वाली व्रतियों ने पहली बार छत-आंगन से सूर्यदेव को अर्घ्य अíपत किया। इससे घर का माहौल भक्तिमय बना रहा। तालाब घाट की सफाई और छठ घाट तक जाने की चिता से मुक्त व्रती के स्वजनों ने सांध्य अर्घ्य के लिए अपने घर-आंगन को सजाने में लगे रहे। शहर के सैकड़ो व्रतियों ने घर पर ही छठ पूजा करने से तालाब घाट पर वीरानगी छाई रही। व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य अíपत कर कोरोना वायरस से मुक्ति की कामना की। चैत्र माह में चार दिवसीय सूर्योपासना का महापर्व चैती छठ पूजा के लिए मंगलवार को प्रात:कालीन अर्घ्य भगवान भास्कर को अर्पण किया जाएगा। पंडित पीताम्बर झा ने बताया कि प्रात:कालीन अर्घ्य का शुभ मुहूर्त सुबह पांच बजकर 52 मिनट से होगा। 'लॉकडाउन के कई सकारात्मक पहलूओं से अवगत होना पड़ रहा है। घर-आंगन में से अर्घ्य अíपत करने का अलग अनुभव हो रहा है। तालाब पर जाने की परेशानी से छुटकारा मिला है। छठ पूजा की तैयारी कई दिन पूर्व से ही शुरू कर दी थी।'
- मेनका चौधरी 'कोरोना वायरस संक्रमण के बीच चैती छठ पूजा का महत्व और बढ़ जाता है। लॉकडाउन का पालन करते हुए तालाब की जगह आंगन से सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पण किया जाने से व्रती के पड़ोसी को भी अपने छत से पूजा देखने का अवसर मिला है।'
- ममता राउत 'लॉकडाउन से घर पर से ही सूर्यदेव को अर्घ्य अíपत करने का लाभ मिला है। अब तो अगले वर्ष से भी घर से ही अर्घ्य अíपत करेंगे। इससे तालाब घाट आने-जाने से छुटकारा मिला है।
सूर्यदेव कोरोना महामारी से निजात की मनोकामना पूरा करेंगे।'
- निर्मला देवी 'लॉकडाउन के कारण इस बार तालाब घाट की बजाय घर से ही भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य अíपत किया जाना समय की मांग है। सूर्यदेव कोरोना वायरस का नाश करते हुए आम जनों की रक्षा करेगें चैती छठ पूजा के प्रति अटूट आस्था रही है। लोगों की मुराद पूरी होती है।'
- संजू देवी 'कोरोना वायरस के संक्रमण से लॉकडाउन के बीच भय के माहौल में चैती छठ पूजा से मन को शांति मिली है। लॉकडाउन का पालन करते हुए पवित्रता पूर्वक तरीके से घर से अर्घ्य अíपत करना पूजा के प्रति आस्था को बल मिला है।'
- रीता झा