डायबिटीज़ की समस्या से जा सकती है आंखों की रोशनी,रखे इन बातों का ध्यान

अक्सर डायबिटीज को लेकर लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल आते हैं। जैसे डायबिटीज का क्‍या कारण हैं, ये कैसे होता हैं इससे शरीर को क्‍या नुकसान होता है, तो आज हम आपको बताते हैं मधुमेह या डायबीटीज के बारे में कुछ खास बातें।

डायबीटीज के प्रभाव:
# डायबीटीज के कारण हमारी आंखो की रेटिना को रक्त पहुंचाने वाली जो महीन नलिकाएं होती हैं वो क्षतिग्रस्त हो जाती हैं जिससे रेटिना पर वस्तुओं का चित्र सही से या बिल्कुल भी नहीं बन पाता है।
# इस बीमारी से आँखें 40 फीसदी तक ग्रस्त हो जाती हैं उसके बाद इसका प्रभाव दिखने लगता है। डायबीटीज जितने लंबे समय तक रहता है, डायबीटिक रेटिनोपैथी की संभावना भी उतनी ही बढ़ जाती है। लेजर तकनीक से इलाज के बाद अंधेपन को 60 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
# शरीर का इंसुलिन डायबीटीज की वजह से प्रभावित हो जाता है। यही इंसुलिन ग्लूकोज को शरीर में पहुंचाता है। जब इंसुलिन नहीं बन पाता या कम बनता है तो ग्लूकोज कोशिकाओं में नहीं जा पाता और खून में घुलता रहता है। इससे रक्त नलिकाएं क्षतिग्रस्त हो सकती हैं।
# हमारी आंखो की रंक्त नलिकाए बहुत ही नाजुक होती हैं इसलिए मधुमेह रोग से ये जल्दी प्रभावित होती हैं।रक्त नलिकाओं के फटने से रिसने वाला रक्त कई बार रेटिना के आसपास इकट्ठा होता रहता है, जिससे आंखों में ब्लाइंड स्पॉट भी बन सकता है।

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