CoronaVirus now AES: कैसे निपटेगा बिहार! 15 कोरोना पॉजिटिव, चमकी बुखार से पहली मौत

पटना, जागरण टीम। बिहार अब दो संक्रामक बीमारियों की दोहरी मार झेल रहा है। एक तरफ कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या अब 15 हो चुकी है तो वहीं मुजफ्फरपुर जिले में चमकी बुखार बीमारी से पीड़ित एक बच्चे की मौत हो गयी है। जानकारी के मुताबिक, एईएस से पीड़ित बच्चे को इलाज के लि एसकेएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी कल यानि रविवार को मौत हो गई।

मृतक का नाम आदित्य था और उसकी उम्र साढ़े 3 साल बताई जा रही है। वह मुजफ्फरपुर के सकरा का रहने वाला था। बता दें कि बिहार में हर साल इस बीमारी से कई बच्चों की मौत होती है। पिछले साल इस बीमारी ने प्रदेश में करीब 200 बच्चों की जान ले ली थी।
वहीं, एसकेएमसीएच के पीआइसीयू वार्ड संख्या दो में इलाजरत एईएस से पीड़ित पांच वर्षीय सपना कुमारी की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। इस साल बिहार में एईएस से यह मौत का पहला मामला है और एईएस को लेकर सभी को अलर्ट कर दिया गया है।
कोरोना के 15 मरीज पाए गए हैं पॉजिटिव
तो वहीं दूसरी तरफ कोरोना वायरस के अबतक बिहार में 15 केस पॉजिटिव पाए गए हैं। रविवार को चार तो शनिवार को दो और कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामले सामने आए। इसके बाद अबतक मरीजों की संख्या 15 पहुंच गई। कई संदिग्धों के ब्लड सैंपल की जांच हो रही है।
चमकी बुखार से निपटने के किए गए हैं इंतजाम
जिलाधिकारी ने बताया कि चमकी बुखार से निपटने के लिए एसकेएमसीएच में 100 बेड के पीआईसीयू वार्ड का निर्माण लॉकडाउन को लेकर रुक गया था। ठेकेदार से बातचीत की गई है। उसे प्रशासनिक सहयोग दिया जाएगा। उसे निर्माण कार्य शुरू करने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि एसकेएमसीएच में चमकी बुखार से जुड़े संसाधन उपलब्ध हैं। पीएचसी लेवल पर भी पीआईसीयू वार्ड खोला गया है। पीएचसी के डॉक्टर और पारामेडिकल स्टाफ को ट्रेनिंग दी गई है। शिवम के पिता ने बताया कि स्नान और खाने के बाद बुखार और चमकी शुरू हो गई। उल्टी होने लगी। पीएचसी के डॉक्टर ने एसकेएमसीएच रेफर कर दिया।

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