शोधकर्ताओं की राय: भारत में 21 दिनों का लॉक डाउन पर्याप्त नहीं

दुनिया पर कहर बनकर टूटा कोराना वायरस नामक आपदा लोगों के दिलों में दहशत का दूसरा नाम हो चुका है। सभी देश एक दूसरे को मदद करने की कोशिश में है अपनी गलतियों से दूसरों को बचाना चाह रहे हैं लेकिन कोरोना थमने को तैयार नहीं कोरोना वायरस के प्रभाव को और इस पर रिसर्च और भारत के सामाजिक संरचना को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आ चुका है।

इससे बचाव के लिए लॉक डाउन की समय अवधि फिर से कुछ दिनों के लिए बढ़ाए जाने के आसार नजर आ रहे हैं । बताया जा रहा है कि लॉक डाउन देश में 49 दिनों के लिए लागू कर दिया जाएगा । यह कहना हमारा नहीं बल्कि भारतीय मूल के ब्रिटेन कैंब्रिज विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं का है।

भारतीय मूल के दो शोधकर्ता इस विषय पर क्या राय रखते हैं यह जानने के लिए चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और देखते हैं कि आखिर कोरोना का खात्मा कब और कैसे हो होगा।
विश्वविद्यालय में व्यवहारिक गणित और सैद्धांतिक भौतिकी विभाग से राजेश से के सहयोग से अधिकारी की तरफ से यह जानकारी शेयर किया गया है । शोध पत्र के मुताबिक देश में जोया 21 दिन का लॉक लगाया गया है उसकी प्रभावी होने की संभावना कम है क्योंकि इसके अंत तक को भी 19 का फिर से उभरने की संभावना है। इस शोधपत्र का नाम है - सोशल इंस्ट्रक्चर
इसके अनुसार भारत के सोशल संरचना पर शोध किया गया।

अन्य समाचार