पटना, जेएनएन। राजधानी के विभिन्न मोहल्लों व पटना जंक्शन के आसपास अपना ठिकाना बनाकर रह रहे बेसहारा लोगों को दो जून का भोजन मिलता रहे, इसके लिए रेलवे सुरक्षा बल की ओर से विशेष व्यवस्था की गई है। पटना जंक्शन के आसपास रहने वाले 100 से अधिक बेसहारा लोगों को रविवार को रेलवे सुरक्षा बल द्वारा भोजन उपलब्ध कराया गया। पूर्व मध्य रेल के मुख्य सुरक्षा आयुक्त सह आरपीएफ के महानिरीक्षक एस मयंक ने स्वयं बेसहारा लोगों को भोजन कराकर इसकी शुरुआत की। इस दौरान बड़ी संख्या में भूखों की थाली में खुद आरपीएफ के जवानों ने खिचड़ी परोसी।
पहले दिन तीन सौ लोगों ने खाई खिचड़ी
इस दौरान पटना जंक्शन के प्लेटफार्म के बाहर गरीब बेसहारा लोगों को बैठाकर भरपेट भोजन करवाया गया। वहीं दूसरी ओर, आरपीएफ राजेंद्रनगर की ओर से कॉलेज ऑफ कॉमर्स के पास रहने वाले बेसहारा लोगों को भोजन करवाया गया। आइआरसीटीसी के राजेंद्रनगर टर्मिनल स्थित बेस किचन से बेसहारा लोगों के लिए खिचड़ी-चोखा व अचार बनाया गया। आरपीएफ की मदद से पहले ही दिन 300 से अधिक बेसहारा लोगों को भोजन मुहैया कराया गया।
जिनका कोई नहीं उनके साथ आरपीएफ
इस मौके पर आरपीएफ आइजी एस मयंक ने कहा कि रेलवे की ओर से वैसे लोगों को भोजन मुहैया कराने की कोशिश की जा रही है, जिनका कोई नहीं है। बेसहारा लोगों को इस लॉकडाउन में खाना खिलाने वाला कोई नहीं है। ऐसे लोगों को भूख से मरते रेलवे नहीं देख सकती है। उन्हें भोजन मिलता रहे, इसके लिए आरपीएफ को विशेष जवाबदेही दी गई है। जब तक लॉकडाउन चलता रहेगा तब तक उन्हें दोनों शाम आरपीएफ की ओर से भोजन मुहैया कराता जाता रहेगा। उन्होंने बताया कि पहले दिन भड़ी संख्या में लोगों ने भोजन किया। लोगों का पेट भरने के लिए भारी मात्रा में खिचड़ी बनाई गई थी। इस दौरान जवानों ने अपने हाथ से खिचड़ी परोसी।