पटना/ भागलपुर, जागरण टीम। CoronaVirus: बिहार में कोरोना से हुई पहली मौत के ठीक एक सप्ताह के बाद भागलपुर के मायागंज अस्पताल में शनिवार की रात सारण के रहने वाले अधेड़ कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत की खबर मिली। लेकिन बाद में अस्पताल प्रबंधन ने पहले दी गई सूचना को खारिज करते हुए कहा कि मृतक कोरोना निगेटिव था। बताते चलें कि बिहार में बीते 21 मार्च को पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती मुंगेर के एक कोरोना पॉजिटिव युवक की मौत हुई थी। रविवार को चार और कोरोना पॉजिटिव मामले मिले।
इसके पहले शनिवार को कोरोना के दो नए मामले मिले थे। राज्य में अब तक कोरोना संक्रमण के 15 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें एक की मौत हो चुकी है। महत्वपूर्ण बात यह भी है कि अभी तक मिले 15 कोरोना पॉजिटिव मामलों में 10 को संक्रमण मुंगेर के मृतक कोरोना पॉजिटिव युवक के संपर्क में आने से लगा है।
लावारिस मृतक को पहले पॉजिटिव, फिर निगेटिव बताया
मिली जानकारी के अनुसार भागलपुर के मायागंज अस्पताल में बीते 25 मार्च को कोरोना संक्रमण के संदेह में भर्ती 55 साल के एक अधेड़ को भर्ती कराया गया था। उसका सैंपल जांच के लिए पटना दो दिन बाद 27 मार्च को भेजा गया। इसके अगले दिन 28 मार्च को उसकी मौत हो गई। मरीज की मौत के एक दिन बाद रविवार को अस्पताल प्रबंधन ने पहले उसके कोरोना पॉजिटिव होने की बात कही, लेकिन बाद में पहले की सूचना को गलत बताते हुए कहा कि वह कोरोना निगेटिव था। अस्पताल रजिस्टर में मृतक का पता सोनपुर (सारण) है। पता में उसके पिता और गांव का नाम नहीं है। उसे एक पुलिस जवान अस्पताल लेकर आया और भर्ती करवा कर चला गया। मृतक के स्वजनों की खोज की जा रही है।
एक दिन में मिले अभी तक के सर्वाधिक चार मामले
रविवार को आई रिपाेर्ट में भागलपुर के मायागंज अस्पताल में भर्ती मरीजों में चार और पॉजिटिव मामले मिले। चारों युवक मुंगेर के हैं और मुंगेर के मृतक कोरोना पॉजिटिव युवक के संपर्क में आए थे। चारों मुंगेर के उस निजी अस्पताल के कर्मी हैं, जहां कोरोना पॉजिटिव मृतक का इलाज किया गया था। स्वास्थ्य के प्रधान सचिव संजय कुमार ने रविवार को किसी भी कोरोना पॉजिटिव की मौत से इन्कार किया।
रविवार को बिहार में कुल चार कोरोना पॉजिटिव मामले मिले, जो अभी तक एक दिन में राज्य में मिली सबसे बड़ी संख्या है। पटना के आरएमआरआइ के निदेशक डॉ. प्रदीप दास ने बताया कि रविवार को आरएमआरआइ में 125 कोरोना संदिग्ध के सैंपल की जांच की गई, जिनमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई।
दो महिलाओं की रिपोर्ट मिली कोरोना पॉजिटिव
इसके एक दिन पहले शनिवार को दो महिलाएं भी कोरोना पॉजिटिव मिलीं। उनमें शामिल लखसीसराय की रहने वाली महिला मुंगेर के कोरोना पॉजिटिव मृतक के संपर्क में आई थी। पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (NMCH) में भर्ती एक और महिला कोरोना पॉजिटिव मिली। वह पटना के उस निजी अस्पताल से जुडी है, जहां पहले एम्स में मृत कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज हुआ था।
नालंदा व सिवान से भी मिले दो संक्रमित मरीज
बिहार में गुरुवार को मिले दो कोरोना पॉजिटिव मरीजों में एक नालंदा तो दूसरा सिवान का है। दोनों का इलाज पटना के एनएमसीएच में चल रहा है। नालंदा के चिकित्साकर्मी कोरोना पॉजिटिव युवक को संक्रमण उसी निजी अस्पताल में लगा, जहां मुंगेर के मृत युवक का इलाज हुआ था। सिवान का कोरोना पॉजिटिव युवक दुबई से लौटा है। पटना में 20 साल के एक और स्वास्थ्य कर्मी की जांच रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव मिली। वह युवक भी निजी अस्पताल में मुंगेर के मृत कोरोना पॉजिटिव युवक के संपर्क में आया था।
मृतक के स्वजन महिला-बच्चे भी मिले पॉजिटिव
इसके अलावा मुंगेर निवासी एक महिला और एक बच्चे की जांच रिपोर्ट भी पॉजिटिव मिली। दोनों मृत कोरोना पॉजिटिव युवक के स्वजन हैं। इसके एक दिन पहले मंगलवार को गुजरात से लौटे पटना सिटी के एक युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली तो एक सप्ताह पहले रविवार को पटना सिटी के एक युवक तथा स्कॉटलैंड (Scotland) से लौटे पटना (फुलवारीशरीफ) के एक छात्र को भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था।
बिहार में मौत के साथ कोरोना ने दी थी दस्तक
कोरोना के उपरोक्त मामले एक सप्ताह के दौरान जांच के क्रम में मिले हैं। लेकिन बिहार में कोरोना की दस्तक शनिवार 21 मार्च को दो मामलों के साथ पड़ी। इनमें एक पटना एम्स में मृत युवक का था तो दूसरा मामला पटना की एक महिला का था। पटना एम्स में मृत युवक के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी उसकी मौत (Death) के घंटों बाद मिली। इसके पहले शव को स्वजनों के हवाले कर दिया गया था।