लखनऊ: उत्तर प्रदेश में रविवार को कोविड-19 संक्रमण के सात नये मामले सामने आने के साथ राज्य में इसके मरीजों की संख्या बढ़कर 68 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अभी तक कोविड—19 संक्रमण के कुल 68 मामले सामने आये हैं जिनमें से 14 पूरी तरह ठीक हो चुके हैं, बाकी 54 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
उपचार से गुजर रहे सभी मरीजों की हालत स्थिर है। उन्होंने कहा कि राज्य में कहीं भी कोविड-19 के 'सामुदायिक प्रसार' का मामला सामने नहीं आया है और जहां—जहां भी पॉजिटिव मामले आ रहे हैं, उनके सम्पर्कों में आये व्यक्तियों को क्वारंटाइन किया जा रहा है। प्रसाद के अनुसार मेरठ में इस बीमारी पांच मामले सामने आये, वहां से तीन किलोमीटर के दायरे में कंटेनमेंट का काम किया जा रहा है। वहां से 50 लोगों को चुना गया, जो उनके बेहद करीबी थे या किसी में लक्षण दिखाये पड़े। 18 लोगों को मेडिकल कॉलेज और 32 को फेसिलिटी क्वारंटाइन में रखा गया है।
उन्होंने कहा कि हमारी नजर नोएडा पर भी है, जहां एक फैक्ट्री के काफी कर्मचारी संक्रमित हुए हैं, उनके परिवारों तथा जिनमें कुछ लक्षण मिले, उन सभी को क्वारंटाइन में रखा गया है। प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद और नोएडा के अधिक मामले सामने आने पर हालात का जायजा लेने और मुस्तैदी से काम करने के लिये एक वरिष्ठ अधिकारी को भेजने को कहा था। उन्होंने कहा कि हमने वरिष्ठ सहयोगी ए.पी. चतुर्वेदी को एक महीने के लिये तैनात किया है।
दोनों ही जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक उन्हें रिपोर्ट देंगे। प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोविड—19 संक्रमण परीक्षण के लिये आठ लैब काम कर रही हैं जिनमें से तीन प्रयोगशालाएं लखनऊ में जबकि अलीगढ़, वाराणसी, मेरठ, इटावा और गोरखपुर में एक—एक प्रयोगशाला है। उन्होंने कहा कि अभी तक कुल 2284 सैम्पल लिये गये हैं जिनमें से 2171 नेगेटिव आये हैं और 45 अभी टेस्टिंग की प्रक्रिया में हैं।
प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में 200 अतिरिक्त वेंटिलेटर खरीदने का प्रस्ताव एचएएल को भेजा है ताकि वेंटिलेटर के बेड और बढ़ाये जा सकें। हालांकि अभी 68 में से किसी की भी स्थिति ऐसी नहीं हुई कि उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा हो। उन्होंने बताया कि हम पूरे प्रदेश में इलाज के लिये त्रिस्तरीय व्यवस्था बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर जिले में जो एल 1 अस्पताल बनने थे, वे बन चुके हैं जबकि कुछ जिलों में एक से ज्यादा भी बन चुके हैं। प्रसाद के अनुसार एल 2 अस्पतालों का काम भी एक—दो दिन में शुरू होगा, दूसरी बात- बहुत से निजी क्षेत्र के अस्पतालों ने भी पेशकश की है। हम उनका भी पैकेज बना रहे हैं। उन्हें डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बनाया जाएगा।