Muzaffarpur Lockdown update: वाहनों के घरों में लॉक होने के बाद पेट्रोल-डीजल की मांग घटी

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। लॉकडाउन के चलते सड़कों पर वाहनों की रफ्तार थम गई है। 95 फीसद वाहन घरों में लॉक हो गए है। वहीं, इससे पेट्रोल-डीजल की मांग भी कम हो गई है। पिछले चार दिनों से पेट्रोल व डीजल की मांग में जबरदस्त गिरावट आई है।

तमाम पंप खुले
शनिवार को जिले के तमाम पंप खुले रहे, लेकिन वहां पेट्रोल-डीजल के लिए कतार नहीं दिखी। इक्के-दुक्के लोग पहुंचकर पेट्रोल लेते दिखे। पेट्रोल पंप कर्मियों के अनुसार करीब 75 फीसद ग्राहक कम हुए हैं। वाहन परिचालन बंद होने का असर पंप पर पड़ रहा है। उधर, पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष शिव नारायण झा ने कहा कि लॉकडाउन से वाहनों का परिचालन बंद है। इसका असर कारोबार पर पड़ रहा है।
पिटाई करने पर नाराजगी
ग्रामीण क्षेत्रों से ही कुछ लोग आ रहे हैं। इनमें अधिकतर डीजल ही ले रहे हैं। उपाध्यक्ष शिव नारायण झा ने व्यवस्था पर सवाल उठाया। पंप मालिक की पुलिस द्वारा पिटाई करने पर नाराजगी जताई। कहा कि मुजफ्फरपुर में पुलिस वाले पेट्रोल पंप कर्मियों की पिटाई कर रहे हैं। इससे कर्मी आना नहीं चाहते हैं। हम जनता की सेवा के लिए पंप खोल रहे हैं। ऐसे में प्रशासन को सहयोग करना चाहिए। बताते चलें कि जिले व इसके आसपास के इलाकों में कुल 80 पेट्रोल पंप हैं।
नाई समाज का हाल बेहाल
कोरोना के संक्रमण के कारण इन दिनों बंदी से नाई समाज का हाल बेहाल है। लॉक डाउन के कारण सैलून संचालकों और फुटपाथी नाइयों के समक्ष घर चलाने का संकट उत्पन्न हो गया है। वे आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं। इसे देखते हुए राष्ट्रीय नाई महासभा के जिलाध्यक्ष राजकुमार ठाकुर ने सरकार से इनके लिए आर्थिक राहत दिए जाने की मांग की है। ताकि वे अपना जीवन यापन कर सकें।

अन्य समाचार