संवाद सूत्र, सरायगढ़, (सुपौल) : सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड के कोसी नदी से घिरे गांव के लोगों को जनवितरण दुकान से अब तक राशन किरासन नहीं मिलने से आक्रोश बढ़ रहा है। प्रभावित गांव ढोली, सियानी , झखराही, कटैया भुलिया आदि के कई लोगों ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर चल रहे लॉकडाउन के दौरान वह सभी भपटियाही बाजार स्थित विक्रेता लखन मेहता के गोदाम तक नहीं जा सकते। वहां तक पहुंचने में कम से कम 20 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी और इसके लिए टेंपो या अन्य सवारी का सहारा लेना पड़ेगा। लोगों ने बताया कि लॉक डाउन के दौरान भी गांव में राशन पहुंचाने की व्यवस्था न ही विक्रेता कर रहे ना ही विभागीय अधिकारी जबकि इस बारे में उन सबके द्वारा बार-बार मांग की जाती रही है। कोसी के गांव के लोगों का कहना है कि उन सभी में से कइयों को तो 5 किलो अनाज और 1 लीटर तेल के लिए नदी पार करने की मजबूरी होती है। जबकि तटबंध से बाहर हर एक 2 वार्ड पर विक्रेता है और लोगों को आसानी से राशन किरासन भी मिल रहा है। पूछने पर स्थानीय मुखिया सुमित्रा देवी पूर्व मुखिया राम प्रसाद मंडल ने बताया कि लोगों की समस्या से अनुमंडल पदाधिकारी को अवगत कराया गया है। कहा कि उनके द्वारा इस बाबत जल्द पहल का आश्वासन मिला है। मालूम हो कि जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में सभी विक्रेता को मार्च माह के अनाज का 30 मार्च तक वितरण कर देना है, लेकिन 28 मार्च बीत जाने के बाद विक्रेता लखन मेहता द्वारा कोसी के लाभुकों को राशन किरासन पहुंचाने की कोई व्यवस्था नहीं की जा सकी है।
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Posted By: Jagran
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