मधुबनी। लॉकडाउन को लेकर आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता को लेकर जिला पदाधिकारी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे व एसपी डॉ. सत्य प्रकाश ने थोक दुकानदारों के साथ नगर थाना में बैठक की। इसमें सभी दुकानदारों ने बताया कि उन्हें गाड़ियों के लिए पास एसडीओ सदर से मिल गए हैं। खाद्यान्न एवं अन्य सामान की कोई कमी नहीं है। उसकी नियमित अंतराल पर आपूíत भी हो रही है। सभी दुकानदारों द्वारा फिजिकल डिस्टेंसिग को मेंटेन करने के लिए दुकानों के सामने पेंट करने का भी कार्य कराया जा रहा है। डीएम ने जिलावासियों से अपील है कि वे जरूरत के अनुसार ही सामान खरीदें। अनावश्यक खरीदारी से बचें।
इसके साथ शहरी क्षेत्र के निस्सहाय, भूखे एवं बेसहारों के साथ-साथ बाहर से आए लोगों को वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लागू लॉकडाउन में उन्हें आश्रय एवं भोजन उपलब्ध कराने के लिए जिला पदाधिकारी के निर्देश पर नगर परिषद कार्यालय के निकट अवस्थित रैन बसेरा तथा विवाह भवन में अंचलाधिकारी रहिका द्वारा उनके आवासन के साथ-साथ कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की गई है। होम क्वारंटाइन का सख्ती से हो पालन:
जिलाधिकारी ने वीडियो कांफ्रेंसिग से सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव को देखते हुए आवश्यक निर्देश दिए। पदाधिकारियों को होम क्वारंटाइन में रह रहे लोगों को सख्ती से इसका पालन कराने को कहा। साथ ही होम क्वारंटाइन में रह रहे लोगों को दूरभाष के माध्यम से भी सूचना देने का निर्देश दिया गया कि वे स्वयं एवं अपने परिवार को सुरक्षित रखते हुए घर से बाहर नहीं निकले। प्रशासन द्वारा उन्हें हर संभव सहायता की व्यवस्था की गई है। सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि यदि सभी क्वारंटाइन को सही तरीके से मेंटेंन करते हैं तो जिला कोरोना से सुरक्षित रह सकता है। जमाखोरी व कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सभी एसडीओ को अपने-अपने अनुमंडल स्तर पर भी नियंत्रण कक्ष बनाने का निर्देश दिया। ताकि, लोगों की समस्या का समाधान यथा संभव ससमय हो सकें। सभी थानाध्यक्षों को चौकीदार के माध्यम से होम क्वारंटाइन कराए गए व्यक्तियों को घर में रहने का स्पष्ट निर्देश देने को कहा गया। सभी एमओआइसी के द्वारा टीम बनाई जा रही है।
चिकित्सा पदाधिकारियों को 24 घंटे मुख्यालय में रहने के निर्देश, आठ हजार लोगों को होम क्वारंटाइन में रहने को कहा गया।
एमओआइसी एवं सभी कर्मचारियों को 24 घंटे मुख्यालय में रहने को कहा गया है। सभी पीएचसी में पांच बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाने का भी निर्देश दिया गया। उन्होंने बताया कि अब तक जिले में लगभग 8000 लोगों को चिन्हित कर होम क्वारंटाईन कर घर में रहने का निदेश दिया गया है। कार्यपालक सहायकों को क्षेत्रीय कार्यपालक सहायक बनाया गया है। इनका मुख्य कार्य चक्षु एप के माध्यम से बाहर से आए लोगों की निगरानी करना है।