जागरण संवाददाता सुपौल: अब जिलेवासी लॉकडाउन लागू रहने के बाद भी मांस मछली तथा अंडे का सेवन कर सकेंगे। वहीं, पशु पक्षियों का आहार भी उन्हें आसानी से बाजार में उपलब्ध हो पाएगा। वजह है लॉकडाउन में भी पशु पक्षी व मछली के चारा समेत मांस, मछली, अंडा तथा मुर्गी की दुकानें अब खुली रहेंगी। इसको लेकर सरकार के सचिव डॉ. एन सरवन कुमार ने पुलिस निदेशक को पत्र लिखकर इन दुकानों को खोलने, बिक्री करवाने तथा उनके आवागमन की सुविधा मुहैया कराने को कहा है। दरअसल जब से कोरोना वायरस को लेकर सरकार ने लॉकडाउन की घोषणा की थी तब से कुछ आवश्यक दुकानों को ही खोलने की अनुमति दी जा रही थी। जिसके कारण पशु पक्षी तथा मछली के चारा के साथ-साथ अंडा, मांस, मछली व मुर्गी व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों की दुकानों को भी स्थानीय प्रशासन द्वारा खोलने की अनुमति नहीं दी जा रही थी। जिसके कारण इन व्यवसाय से जुड़े लोगों को खासी परेशानी हो रही थी। जारी पत्र में सचिव ने कहा है कि कोरोना वायरस को रोकने हेतु लगाए गए लॉकडाउन के प्रतिबंध में उक्त व्यवसाय से जुड़े दुकानों को खोलने तथा बिक्री एवं आवागमन पर रोक नहीं लगाया गया था। परंतु राज्य के कई जिलों से ऐसी सूचना प्राप्त हो रही है कि स्थानीय स्तर पर थाना द्वारा उक्त दुकानों तथा बिक्री एवं उनके आवागमन पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। जो कि लॉकडाउन के लिए जारी आदेश की अवहेलना है। सचिव ने पुलिस निदेशक से जारी निर्देश में सभी थाना को अवगत करा देने की बात कहते हुए कहा है कि किसी भी सूरत में पशु पक्षी मछली के चारा की दुकानें तथा अंडा, मुर्गी, मांस एवं मछली की दुकानें बंद नहीं की जा सकती हैं। ऐसी दुकानों को खोलने तथा बिक्री एवं उनके आवागमन को सुनिश्चित करने को कहा है।
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Posted By: Jagran
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