बिहार में कोरोना वायरस के मरीजों में लगातार वृद्घि लगर्तार हो रही है। इस बीच, बिहार के मुंगेर के रहने वाले एक मरीज की कोरोना से मौत हो गई है। कहा जा रहा है कि इसी मरीज के संपर्क में आने से बिहार में मरीजों की संख्या में वृद्घि हुई है।
बिहार राज्य में अभी तक कोरोना के 9 मामले मिले हैं, जिसमें 6 मरीज ऐसे हैं जिनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है, उनको कोरोना बहार से आये लोगो से हुआ है। ऐसे में अब राज्य सरकार के सामने बड़ी चिंता खड़ी हो गई है।
मुंगेर के रहने वाला कोरोना से संक्रमित मरीज की मौत रविवार को पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में हुई थी। इससे पहले वह पटना के न्यू बाईपास स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती था। सूत्रों का कहना है कि इस अस्पताल के वार्ड बॉय और एक व्यक्ति में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। मृतक के रिश्तेदारों में एक महिला सहित दो लोगों में भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।
मुंगेर का रहने वाला यह मरीज बिहार में कोरोना का सबसे बड़ा कैरियर (वाहक) बना। वह कतर से आने के बाद जिसके भी संपर्क में आया, संक्रमण फैल गया। अब तक उसके संपर्क में आए चार लोगों में यह संक्रमण फैलने की पुष्टि हुई है।
इसमें दो उसके परिवार के सदस्य हैं, जबकि एक उस निजी अस्पताल का कर्मचारी है, जहां उस मरीज का इलाज कराया गया था। इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति वो है जिसका रिश्तेदार भी इस निजी अस्पताल में भर्ती था।
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग ने सौ से अधिक लोगों को चिन्हित किया है जो मुंगेर के मृतक युवक के संपर्क में आने के कारण संदिग्ध हैं। कोरोना का यह तीसरा चरण है, जो पीड़ित के जरिए मुंगेर से लेकर पटना तक फैल रहा है। बता दें कि पीड़ित का इलाज एक निजी अस्पताल में कराया गया था।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने निजी अस्पताल के सभी कर्मियों का नमूना लिया था, जिसमें एक की रिपोर्ट गुरुवार को पजिटिव आई थी, जबकि दूसरे की रिपोर्ट शुक्रवार को आई और उसका परीक्षण पॉजिटिव पाया गया। इस बीच, अब निजी अस्पताल को सील कर दिया