स्वास्थ संगठन के विशेषज्ञों के अनुसार धूम्रपान करने वालों के लिए हैं यह सलाह

दुनियाभर में कोरोना वायरस (Coronavirus) का फैलता संक्रमण एक बड़ा संकट बन गया. इससे अब तक 20 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. व लाखों लोग संक्रमित हो चुके हैं. कोविड-19 को रोकने के लिए हिंदुस्तान समेत कई राष्ट्रों में लॉकडाउन किया जा चुका है व लोगों को कोरोना से बचने के लिए सरकारें व संबंधित विभाग समय-समय पर एडवाइजरी जारी कर रहे हैं.

कोरोना के इस संकट में लोगों के मन में कई सवाल भी आ रहे. उन सवालों में से एक सवाल ये भी है कि तंबाकू खाने के से कोरोना संक्रमण का ज्यादा खतरा होने कि सम्भावना है, या नहीं. हिंदुस्तान के संदर्भ में ये सवाल व भी जरूरी हो जाता है क्योंकि दुनिया स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनिया की 12 फीसदी तंबाकू की खपत हिंदुस्तान में होती है, यहां के 70 फीसदी युवा किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते हैं. इसलिए ये जानना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि तंबाकू सेवन करने वालों का कोरोना संक्रमण का कितना खतरा है. आइए जानते हैं इस सवाल का जवाब:-
विश्व स्वास्थ संगठन (WHO) के विशेषज्ञों के अनुसार धूम्रपान करने वालों में अन्य लोगों की तुलना में कोरोना संक्रमण होने का ज्यादा खतरा होता है. इसका सबसे अहम कारण है कि सिगरेट या बीढ़ी, तंबाकू, खैनी जो कि संक्रमित भी हो सकती है, उंगलियों व होठों के सीधे सम्पर्क में आती हैं. इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा, हुक्का, सिगार या ई- सिगरेट का सेवन करने वालों के लिए भी ये खतरनाक साबित होने कि सम्भावना है.
अमेरिका के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ड्रग ऐब्यूज की डायरेक्टर डॉ नोरा वॉलकोव का बोलना है कि क्योंकि ये वायरस सीधा फेफडों पर हमला करता है, इसलिए धूम्रपान करने वाले लोगों के लिए ये एक बड़ा खतरा साबित होने कि सम्भावना है. धूम्रपान करने से फेफड़ों की कोशिकाएं निर्बल हो जाती हैं, व उनमें इनफेक्शन से लड़ने की ताकत नहीं रहती. जिससे संक्रमण का खतरा बड़ जाता है.
हालांकि कोरोना के मरीजों का धूम्रपान से विषय में कोई आंकडे अभी सामने नही आए हैं लेकिन माहामारी के इस समय में स्वास्थ विशेषज्ञ यही सलाह दे रहे हैं कि लोग धूम्रपान से बचें.

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