21 दिन का लॉकडाउन व कोविड 19 के बढ़ते मुद्दे की न्यूज आपका मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरी तरह प्रभाव डाल रही है. किसी भी तरह के तनाव से बचे रहने के लिए सबसे पहले सोशल डिस्टेंसिंग व अपनी हाइजीन का भी खास ध्यान रखना चाहिए.
शांत रहने के लिए अफवाहों पर नहीं, बल्कि ठीक स्थान से आ रही खबरों पर भरोसा करें. लॉकडाउन में रहकर सोशल डिस्टेंसिग व हाइजीन के नियमों का पालन कर अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभानी है. कई मनोवैज्ञानिकों की मानें तो कोरोना वायरस पर बहुत अधिक खबरों को सुनकर लोगों के मन में भय व तनाव घऱ कर रहा है, वहीं इससे उन्हें बैचेनी भी होने लगती है. अगर आप तनाव लेंगे तो आप इस समय ठीक निर्णय नहीं ले पाएंगे क्यों कि तनाव में आदमी अपनी फैसला करने की क्षमता को लेकर उलझा रहता है. यशोदा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, कौशांबी की मनोवैज्ञानिक चिकित्सक रीमा सहगल ने कई ऐसे टिप्स दिए हैं जिन्हें अपनाकर हम बहुत ज्यादा हद तक कोरोना वायरस की महामारी के इस समय में होने वाले तनाव व घबराहट से निजात पा सकते हैं.
1.ऐसे में लोगों को अपना शेड्यूल बनाना चाहिए. इस बात का ध्यान रखें कि हम लोगों के हाथ में घर में रहना है , सोशल डेस्टेंसिंग और हाइजीन जैसे ही विकल्प हैं. इसलिए हम इसी तरह से से इस बीमारी से बच सकते हैं. इसलिए आप अपनी दिनर्चया का एक शेड्यूल बनाएंगे तो आपका मन शांत रहेगा व मन में बेकार की बातों नहीं आएंगी. इसलिए अपने शेड्यूल के मुताबिक चलें.
2.इस बात का भी ध्यान रखें कि घबराहट के समय अगर सांसे तेज चलने लगे तो ऐसे समय में आपको लंबी गहरी सांसे लेनी चाहिए. इससे आपकी सांस लेना नॉर्मल हो जाएगा. चिकित्सक रीमा के अनुसार घबराहट हमारी सांसों को बेकार करती है. इसलिए प्रोग्रेसिव मस्कुलर रिलैक्सेशन की यूट्यूब पर अपलोड हुईं कई ऑडियोज से बहुत सारी अभ्यास कर सकते हैं, जो इसमें बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होती हैं. इससे बचने के लिए आप प्राणायाम भी कर सकते हैं.
3.डॉक्टर रीमा की मानें तो दिनभर सोशल मीडिया औऱ व्हाट्अप पर सोशल मीडिया के मैसेज भी नहीं पढ़ने चाहिए. इससे आप तनाव लेंगे, इसलिए प्रयास करें कि न्यूज व मैसेज देखने के लिए एक टाइम फिक्स कर लें.
4.अपने आपको दूसरों के साथ व्यस्त रखें व घर में कुछ न कुछ खेल खेंलें, किताब पढ़ें. कोरोना वायरस को लेकर सकारात्मक रहें. सरकार आपकी भलाई से लिए सभी महत्वपूर्ण कदम उठा रही है.
5.अगर आपको ओसीडी है तो आपको कोरोना वायरस की न्यूज से दूर रहना चाहिए.इसकी स्थान उन्हें अपना दिमाग दूसरी तरफ लगाना चाहिए.