विदेशो के साथ- साथ सम्पूर्ण लॉक डाउन के बाद भी भारत में कोरोना से संक्रमित मरीजो की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है, पीएम मोदी की घोषण के बाद देश को 14 अप्रैल तक लॉक डाउन किया गया है। लेकिन इस दौरान देखा गया है कि काम काज बंद होने और रहने और खाने की समस्याओं के चलते लोग पलायन करने लगे है। यूपी और दिल्ली सरकार ने भी बसों का प्रबंध कर उन्हे घर भेजना शुरू कर दिया है। लेकिन दिल्ली और यूपी के सरकार के इस कदम पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नाराजगी जाहिर की है। क्योंकि इससे सोशल डिस्टन्सिंग ख़तम हो रही है और लोगो से पलायन के कारण कोरोना एक राज्य से दूसरे राज्यों में फैलेगा.
नीतीश कुमार ने कहा कि दिल्ली से या कहीं और से लोगों को बुलाने से समस्या और बढ़ेगी। बिहार सरकार चाहती है कि जो जहां है वहीं उनके रहने खाने की व्यवस्था की जाए। बसों से लोगो को बुलाने से लॉकडाउन (Lock Down) का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। नीतीश कुमार का नाराज होना भी जायज है, दरअसल कोरोना वायरस में लोगों को दूरिया बनाने की हिदायत दी गयी है लेकिन बसों में लोगों को भरकर लाया जा रहा है, दूसरी बात ये है कि बाहरी लोगों के गांव आने से पूरे गांव में संक्रमण फैलने का खतरा है।