हरियाणा की जेलों में बंद लगभग 5000 कैदियों और बंदियों को पैरोल पर छोड़ा गया है. कोरोना को फैलने से रोकने के मद्देनजर सरकार ने यह फैसला लिया है. इनमें से ज्यादातर लोग आज अपने घरों को निकल गए हैं. अब तक प्रदेश की जेलों में कोरोना का एक भी संदिग्ध मुद्दा सामने नहीं आया है. कारागार मंत्री रणजीत चौटाला ने बताया कि पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के न्यायाधीश राजीव शर्मा, गृह विभाग के अलावा मुख्य सचिव विजय वर्धन व डीजी कारागार के। सेल्वराज की कमेटी के निर्णय को अमलीजामा पहना रहे हैं.
इसके तहत कैदियों और बंदियों को 8 हफ्ते तक की पैरोल दी जा रही है. जो बंदी या कैदी पहली बार पैरोल पर गए व समय पर लौट कर आ गए, उनकी पैरोल को व बढ़ाया जा रहा है. इसके अतिरिक्त जो कैदी या बंदी पैरोल पर जाना चाहता है उसे पैरोल दी जा रही है. जो जमानत पर जाना चाहता है, उसे जमानत दे रहे हैं. दुष्कर्म या एसिड अटैक जैसे मामलों में बंद कट्टर अपराधियों को किसी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी.बिजली के ब्रेकडाउन को लेकर अलर्ट बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने बोला कि कोरोना के चलते एक महीने तक विभाग के सभी कैश काउंटर बंद कर दिए गए हैं. एक महीने तक बिजली के बिल पर कोई सरचार्ज नहीं लगेगा. इसके अतिरिक्त डिजिटल माध्यम से भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं को बिजली बिल पर 2 फीसदी की विशेष छूट दी जाएगी.मंत्री ने बताया कि उन्होंने अपने कोष से सीएम कोरोना राहत कोष में 5 लाख रुपये की राशि देने के साथ ही, जब तक यह महामारी रहती है तब तक हर महीने अपना वेतन देने की घोषणा की है. बिजली विभाग के सभी कर्मचारियों को मास्क व सैनिटाइजर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रदेश में कहीं भी ब्रेकडाउन न हो. मेरे दोनों फोन भी जनसाधारण के लिए 24 घंटे खुले हैं.जिले के लोगों को दिए मास्क, सैनिटाइजर रणजीत सिंह ने बताया कि सिरसा जिले में लोगों के लिए मास्क व सैनिटाइजर भिजवा रहे हैं. उनकी गाड़ी हर रोज लगभग 20-20 गांव में जाकर लोगों को मास्क वह सैनिटाइजर दे रही है. उन्होंने लोगों से बंद का पालन करने की अपील की है.