कोरोना के मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है. देश के सभी राज्यों तक कोरोना पहुंच चुका है. महाराष्ट्र केरल सबसे अधिक प्रभावित है. 21 दिन के लॉकडाउन के बीच दिल्ली एनसीआर से लोग अपने शहरों के लिए पैदल ही पलायन करने लगे हैं. अब इन मजदूर गरीबों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए बसों का इंतजाम किया जा रहा है.
लॉकडाउन के दौरान घर वापसी को बेताब मजदूरों की उमड़ी भीड़, स्पेशल बसों से भेजा जा रहा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने रातों रात घरों से जगाकर परिवहन अधिकारियों को बुलाया. फिर इवर कंडक्टरों के साथ रातों रात 1000 बसों का इंतजाम किया गया. कोरोना वायरस महामारी के कारण हुए लॉकडाउन में आमजन की सुविधा के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की रात को सीएम योगी ने सतत समीक्षा की. इस क्रम में उन्होंने मंडलायुक्तों/जिलाधिकारियों/पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर विविध दिशा-निर्देश दिए.
दूसरे राज्यों से आए यूपी/बिहार के लोगों के लिए रातभर जगे रहे सीएम योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, इन आश्रय स्थलों में भारत सरकार के स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसे मजदूरों व्यक्तियों को भोजन, दवा तथा अन्य जरूरी सुविधाओं की कोई कमी न हो. इस मद में समस्त 75 जनपदों को कुल 13.50 करोड़ की धनराशि निर्गत की गई है. मुख्यमंत्री ने दूसरे प्रदेश या जनपदों से मजदूरों अथवा अन्य जनों की आवाजाही की सूचना के दृष्टिगत समस्त जनपदों को आश्रय स्थल/स्क्रीनिंग कैम्प स्थापित करने के निर्देश दिए हैं.
कुल केस - 873
एक्टिव केस - 775ठीक हुए मरीज - 79मौत - 19