नई दिल्ली (New Delhi) . देश में बिजली की अधिकतम मांग में करीब 22 प्रतिशत की कमी आई और यह 1,27,960 मेगावाट रह गई जो 20 मार्च को 1,63,720 मेगावाट थी. बिजली की मांग में कमी कोरोना महामारी के बीच 'लॉकडाउन' के प्रभाव को बताती है. वास्तविक रूप से देखा जाए तो एक सप्ताह में बिजली मांग में करीब 35,000 मेगावाट की कमी आई है. बिजली की अधिकतम मांग में कमी का कारण उद्योग और राज्य बिजली वितरण कंपनियों की तरफ से मांग का कम होना है.
दो तिहाई भारतीय कर्मियों को अप्रैल में 25 प्रतिशत ज्यादा वेतन देगी कॉग्निजैंट
इसकी वजह देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) के कारण वाणज्यिक प्रतिष्ठानों और उद्योग में कामकाज का पूरी तरह ठप होना है. सरकार (Government) ने कोरोना (Corona virus) महामारी से निपटने के लिए 21 दिन के 'लॉकडाउन' की घोषणा की है. मांग में कमी के कारण इंडियन एनर्जी एक्सचेंज में बुधवार (Wednesday) की आपूर्ति के लिए बिजली दर तीन साल के न्यूनतम स्तर 60 पैसे प्रति यूनिट पर आ गई. गौरतलब है कि आज देश में कोरोना (Corona virus) के 42 नए मामले सामने आए और मरीजों की संख्या बढ़कर 649 हो गई. अभीतक देश में कोरोना (Corona virus) 14 लोगों की मौत हो चुकी है. महाराष्ट्र में अभीतक 125 मामले आ चुके हैं सामने आ चुके हैं जोकि देश में सबसे ज्यादा हैं.
पिच पर थे एक दूसरे के जानी दुश्मन, अब भज्जी ने की अफरीदी की तारीफ