मोतिहारी। कोरोना को लेकर बिगड़ रहे हालात को देखते हुए दूसरे प्रदेशों में मजदूरी करने वाले लोगों की भीड़ एकाएक गांव की ओर उमड़ पड़ी। इस स्थिति ने प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के कान खड़े कर दिए। इनमें ज्यादातर लॉकडाउन से पहले महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, गुजरात, पंजाब, हरियाणा आदि प्रदेशों से ट्रेन में भीड़ के साथ सफर करके पहुंचने वाले लोग हैं। रेलवे स्टेशनों पर इनकी स्क्रीनिग की व्यवस्था भले ही की गई थी, मगर उस व्यवस्था को नजरअंदाज करके भी कुछ लोग घर पहुंच गए। यही स्थिति जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के लिए चिता का विषय है। हालांकि ऐसी स्थिति से निपटने के लिए भी प्रशासनिक स्तर पर विशेष तैयारी की गई है। पंचायत स्तर पर बरती जा रही सावधानी मुख्य सचिव ने बुधवार को अधिकारियों के साथ-साथ पंचायत प्रतिनिधियों से भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए बातचीत कर सावधानी बरतने के लिए कई निर्देश दिए। दिए गए निर्देशों के आलोक में गुरुवार को मुखिया द्वारा पंचायत के अन्य प्रतिनिधियों एवं कर्मियों को जानकारी दी गई। कोरोना से बचाव के लिए पंचायत स्तर पर सक्रियता बरतने के लिए कई उपाय सुझाए गए हैं। इनमें बाहर से आए लोगों के बारे में कंट्रोल रूम को सूचना देना भी शामिल है। पंचायत प्रतिनिधियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से होने वाले लक्षण एवं उससे बचाव के उपाय भी बताए गए। यह भी कहा गया है कि यदि किसी में ऐसा लक्षण दिखे तो तुरंत निकट के स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें अथवा कंट्रोल रूम को सूचित करें। इस अभियान में आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भी भूमिका निर्धारित कर गई है। गांव के विद्यालयों में भी आवासन की व्यवस्था बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने सभी जिलाधिकारी को निर्देश दिया है कि बाहर से आने वाले लोगों के आवासन के लिए आवश्यकतानुसार गांव के विद्यालय भवन या अन्य सरकारी भवनों का अस्थाई तौर पर इस्तेमाल किया जाए। ऐसी जानकारी मिल रही है कि दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोगों के सामने संक्रमण की संभावनाओं को लेकर घर में प्रवेश को लेकर असहज स्थिति बन रही है। ऐसे में उनके सामने आवासन की समस्या हो सकती है। मेडिकल टीम को किया गया सक्रिय बाहर से आने वाले लोगों की जानकारी देने के लिए आमलोगों से अपील की जा रही है। साथ ही सूचना देने के लिए कंट्रोल रूम के नंबर भी जारी किए गए हैं। सूचना के आलोक में गठित मेडिकल टीम को तुरंत रवाना कर दिया जा रहा है। यह टीम ऐसे लोगों की मौके पर ही जांच कर रही है। आवश्यकतानुसार कदम उठाए जा रहे हैं। अब ग्रामीण स्तर पर भी लोग काफी सावधानी बरत रहे हैं। कंट्रोल रूम को लगातार ऐसी सूचनाएं मिल रहीं हैं। इस कार्य के लिए पंचायत प्रतिनिधियों को भी सचेत किया गया है।
वर्जन :
गांव में बाहर से आने वाले लोगों पर हमारी नजर है। इसके लिए मेडिकल टीम सक्रिय है। आम लोगों एवं पंचायत प्रतिनिधियों को भी इसके लिए सतर्क किया गया है। ऐसे लोगों के बारे में कंट्रोल रूम को सूचित करने के लिए फोन नंबर भी जारी किए गए हैं। पीएचसी को भी अलर्ट किया गया है। सर्दी, जुकाम, बुखार व सांस लेने में तकलीफ की स्थिति में तुरंत निकट के स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करने की सलाह दी जा रही है। परेशानी की स्थिति में कंट्रोल रूम को सूचित कर मदद ली जा सकती है। लोग अपने-अपने घरों में ही रहें। संक्रमण से बचाव के लिए यह जरूरी है।
डॉ. रिजवान अहमद
सिविल सर्जन, पूर्वी चंपारण