पटना, जेएनएन। पटना एम्स में बीते रविवार को कतर से लौटे मुंगेर के जिस 38 वर्षीय युवक की कोरोना संक्रमण से मौत हुई थी, उसके संपर्क में आए तीसरे युवक की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। युवक खेमनीचक स्थित नर्सिंग होम का कर्मचारी है। मुंगेर का संक्रमित युवक पीएमसीएच और पटना एम्स जाने के पूर्व यहां भर्ती हुआ था। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या सात हो गई है।
बताते चलें कि संक्रमण से मृत युवक के संपर्क में आने से एक महिला और उसके बच्चे की रिपोर्ट पहले ही पॉजिटिव आ चुकी है। सिविल सर्जन ने नर्सिंग होम को सील कर दिया है। प्रबंधन के जो लोग कभी-कभी आते हैं, उनका और संक्रमित कर्मचारी के परिवार का नमूना लेकर उसकी जांच कराई जाएगी।
अगमकुआं स्थित राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आरएमआरआइ) के निदेशक डॉ. प्रदीप दास ने बताया कि गुरुवार को 85 कोरोना आशंकितों के नमूने की जांच की गई। प्रथम चरण में 45 की रिपोर्ट आई है। इनमें से खेमनीचक स्थित अस्पताल के कर्मचारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है जबकि 44 की रिपोर्ट निगेटिव है। शेष 40 नमूनों की रिपोर्ट देर रात तक आएगी।
आइडीएच में हो रहा उपचार
कोरोना अस्पताल बनाए गए नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) के अधीक्षक डॉ. गोपाल कृष्ण ने बताया कि जिस 20 वर्षीय युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है उसे संक्रामक रोग अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। एम्स पटना में कोरोना पॉजिटिव जिस युवक की गत रविवार को मौत हुई थी, यह कर्मचारी उसके संपर्क में आया था। वह एम्स पहुंचने से पहले रामकृष्णा नगर थानान्तर्गत खेमनीचक स्थित उस निजी अस्पताल में भर्ती हुआ था। आइडीएच में तीन, एम्स में एक और मुंगेर में दो संक्रमित लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखकर इलाज किया जा रहा है।
संपर्क में आए लोगों का दो दिन पहले लिया गया था सैंपल
विजिलेंस रिपोर्ट के बाद निजी नर्सिंग होम के कर्मचारियों का दो दिन पूर्व सैंपल लिया गया था। गुरुवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सिविल सर्जन कार्यालय से एपिडिमिक पदाधिकारी प्रशांत कुमार व जिला प्रशासन की टीम पहुंची और सभी कर्मचारियों के संबंध में जानकारी ली। प्रबंधन के जो लोग कभी-कभी आते हैं उनकी भी अब जांच कराई जाएगी। रोगियों का भी विवरण लिया गया है। इसके साथ ही निजी नर्सिंग होम को सील कर दिया गया है। शुक्रवार को संक्रमित युवक के परिवार और नर्सिंग होम प्रबंधन के लोगों का नमूना लिया जाएगा।
पीएमसीएच का जूनियर डॉक्टर भी आया था संपर्क में
कतर से लौटे जिस 38 वर्षीय संक्रमित युवक की मौत हुई थी, उसके संपर्क में पीएमसीएच का एक जूनियर डॉक्टर भी आया था। जूनियर डॉक्टर का नमूना लेकर नोडल पदाधिकारी डॉ. पूर्णानंद झा ने जांच के लिए आरएमआरआइ भेजा है। अधीक्षक डॉ. बिमल कारक ने बताया कि मुंगेर का संक्रमित युवक पहले पीएमसीएच आया था। जगह नहीं होने के कारण उसे सिविल सर्जन के सहयोग से एम्स पटना भेजा गया था। लेकिन, उस संक्रमित ने इमरजेंसी का पुर्जा कटवाया था और एक जूनियर डॉक्टर ने उसे देखा था। ऐसे में एहतियातन जांच कराई गई है।