बक्सर : लॉकडाउन का हर आम और खास के जीवन में सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। इस दौरान उन्हें स्वजनों के साथ वर्षों बाद पूजा-पाठ करने, खाने और बच्चों के संग खेलने का सुखद अहसास महसूस हो रहा है। वासंतिक नवरात्र के पहले दिन सपत्नीक मां भगवती की आराधना करने के पश्चात डुमरी गांव निवासी पूर्व प्रमुख माधुरी श्रीवास्तव एवं सुशील कुमार लाल घर के अंदर बच्चों के साथ कभी सांप-सीढ़ी खेल तो कभी कैरम पर मन बहला रहे हैं।
इस दौरान न किसी में कोराना वायरस का भय है और न ही बाहरी दुनिया के बाह्य आडंबरों से कोई लेना-देना। गुरुवार को भी पूरा परिवार बचपन की यादों में तल्लीन था। पूर्व प्रमुख ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन करना हर जिम्मेवार नागरिक का कर्तव्य है। ऐसे में अपने को घर के अंदर रखते हुए बाल बच्चों के साथ अधिक से अधिक समय व्यतीत करना चाहिए। बच्चों के साथ खेलने में बचपन की यादें तो ताजी हो ही जाती है। एक अदृश्य आनंद की अनुभूति भी महसूस होती है। सुशील कुमार लाल ने कहा कि भागदौड़ की दुनिया में बच्चों के साथ किसी को समय व्यतीत करने का मौका ही कहां मिलता है। ऐसे में उनके साथ खेलने में आत्मीय आनंद की प्राप्ति हो रही है।